उत्तराखंड

टिहरी में श्रीमद् देवी भागवत कथा का भव्य शुभारंभ

टिहरी : शहीद स्मारक, नई टिहरी का प्रांगण आज भक्ति और आध्यात्मिकता के रंग में रंग गया, जब गंगा विश्व सद्भावना समिति, टिहरी गढ़वाल द्वारा आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा अमृत महोत्सव का विधिवत शुभारंभ हुआ।

यह नौ दिवसीय कथा समारोह भारत माता की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों देवीय आपदा में दिवंगत आत्माओं की आत्म शांति के लिए आयोजित किया जा रहा है यह श्रीमद् देवी भागवत कथा भक्तों के लिए धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति का द्वार खोलेगा।

कथा का शुभारंभ सत्येश्वर महादेव मंदिर मैं पूज्य व्यास डॉ दुर्गेश आचार्य जी महाराज और समिति के अध्यक्ष राकेश राणा समिति के सभी सदस्यों द्वारा पूजन के साथ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। मातृशक्ति ने पारंपरिक परिधानों में सजे-धजे, सिर पर कलश धारण कर ढोल-नगाड़ों की धुन पर कथा स्थल तक यात्रा की, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।

देवी भागवत कथा धर्म (नैतिकता), अर्थ (समृद्धि), काम (इच्छापूर्ति) और मोक्ष (आध्यात्मिक मुक्ति) की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। यह जीवन के सभी पहलुओं को संतुलित करने में मदद करती है।

महाराज ने कथा में माँ भगवती के विभिन्न रूपों और उनकी लीलाओं का वर्णन करते हुए कहा कि, कथा का श्रवण मन को शांत करता है और तनाव, चिंता व नकारात्मक विचारों को दूर करने में सहायता करता है। यह कथा न केवल आत्मा को शांति प्रदान करती है, बल्कि जीवन के अंधकार को दूर कर मोक्ष की ओर ले जाती है।” उन्होंने यह भी बताया कि आज के संकटपूर्ण समय में यह कथा जन-जन को ईश्वर से जोड़कर आंतरिक शांति और सकारात्मकता प्रदान करती है।

आचार्य महाराज ने कहा कि कथा का उद्देश्य देश के अमर शहीदों को नमन करना और आपदाओं में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना करना भी है।

इस मौके पर श्री गंगा विश्व शांति सद्भावना समिति नई टिहरी के अध्यक्ष राकेश राणा ,संरक्षक मंडल के सदस्य गोविंद सिंह पुंडीर, नीलकंठ डिमरी, अनीता थपलियाल, कोषाध्यक्ष महावीर प्रसाद उनियाल लक्ष्मण रावत कंचन उनियाल उनियाल, सुषमा बहुगुणा, राजेश्वरी डंगवाल, बबीता जेना,शांति देवी ,हेमंत नौटियाल, कृष्णा मिश्रा, रचना उनियाल बिना सजवान राजकुमारी गुरुंग रश्मि चौहान सीता मंमगाई,मनोज उनियाल, कपिल उनियाल, नरोत्तम मिश्रा, राम रमैया भट्ट, रोशनी भट्ट अनीता चौहान आरती रमोला आशा रावत सोनी गुनसोला बबीता रावत ममता रावत सहित अनेक श्रद्धालुओं ने कथा श्रवण कर पुण्य अर्जित किया।

यह कथा समारोह नौ दिनों तक चलेगा और प्रतिदिन भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान और भक्ति का अमृत प्रदान करेगा। टिहरी का यह पावन आयोजन निश्चित रूप से सभी के लिए प्रेरणा और शांति का स्रोत बनेगा।

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