
तत्पश्चात जिलाधिकारी महोदय से भी वार्ता हुई और CM साहब को ज्ञापन प्रेषित किया।। चार धाम यात्रा में सीमित संख्या का विरोध हो रहा है।। इससे 35% से 40% तक ही बुकिंग उपलब्ध हुई है।। चार धाम की उपेक्षा का आरोप होटल एसोसिएशन अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह मटूड़ा ने सरकार पर लगाया।। केवल मई और जून में 40 दिन की अधिकतम यात्रा होती है और साल के 6 महीने खाली भेठे रहते है, सरकार को केवल पानी बिजली बिल, भवन कर, सीवर कर, प्रदुषण बोर्ड के शुल्क, जिला पंचायत के कर, अन्य सरकारी करो को भरना पड़ता है।। अभी यमुनोत्री में 5500 कई संख्या निर्धारित होने से, चार धाम आने वाले यात्रियों को ऑनलाइन पंजीकरण स्लॉट नही मिल पा रहा है जबकि गंगोत्री में 55% केदारनाथ में 35% ,बद्रीनाथ में 50% स्लॉट खाली है।। चार धाम होटल एसोसिएशन अध्यक्ष अजय पुरी ने चार धाम यात्रा को चौपट करने का आरोप लगाया।। सरकार की गलत नीति होने से होटलों में बुकिंग कम मिल रही है जिससे पर्यटन व्यबसायियों में आक्रोश है।। इस अवसर पर दीपेन्द्र पंवार, बिन्देश कुड़ियाल, धीरज सेमवाल, प्रकाश भद्री, शूरवीर चौहान , गोविंद चौहान, अतोल सिंग रावत, मनोज रावत, विमल सेमवाल, धीरेन्द्र कुकरेती, अंकित उप्पल सहित अन्य शामिल रहे।।