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नैक के लिए आई क्यू ए सी प्रकोष्ठ ने कार्य करना शुरू कर दिया है

चकराता। श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के लिए आई क्यू ए सी प्रकोष्ठ ने कार्य करना शुरू कर दिया है। प्राचार्य प्रो. के. एल. तलवाड़ ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार सभी महाविद्यालयों को नैक का अनिवार्यत: मूल्यांकन करवाना है। महाविद्यालय स्तर पर नैक समिति का गठन कर दिया गया है, जिसमे नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 नरेश सिंह चौहान को सौंपी गई है। आई. क्यू. ए. सी. (आतरिक गुणवत्ता निश्चयन प्रकोष्ठ) को आधुनिक कंप्यूटर्स और वाई-फाई द्वारा सुसज्जित किया गया है। नोडल अधिकारी डॉ. चौहान के अनुसार महाविद्यालय के मूल्यांकन एवं प्रत्यायन हेतु उत्तराखण्ड शासन द्वारा गठित टीम के निर्देशानुसार कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है। महाविद्यालय को नैक के अन्तर्गत निर्धारित सात मापदण्डों के अंतर्गत विगत पाँच वर्षों के दस्तावेजों और उपलब्धियों को संकलित करना है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1994 मे नैक की स्थापना विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के एक स्वायत्त संस्थान के रूप में हुई, जिसका मुख्यालय बेंगलूरू कर्नाटक में स्थित है। आईक्यूएसी प्रकोष्ठ में डॉ. जितेंद्र दिवाकर, डॉ आराधना भण्डारी, डॉ मंजू गौतम, डॉ. जयश्री थपलियाल, डॉ स्वाति शर्मा, डॉ पवन भट्ट, डॉ पूजा रावत, अंकुर शर्मा व रोशन बक्श को कार्य सौंपा गया है।

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