मोहन सिंह रावत ‘गाँववासी’
श्री मोहन सिंह रावत ‘गाँववासी’: ईमानदार और सैद्धांतिक जीवन जीने की उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें राजनीति की अक्सर जटिल और चुनौतीपूर्ण राज्य में एक दुर्लभ प्रजाति का नेता बना दिया था!
भाजपा के पहाड़ पर संस्थापको में उत्तराखंड का बड़ा व्यक्तित्व श्री मोहन सिंह रावत ‘गाँववासी’ के निधन ने राज्य के राजनीतिक परिदृश्य में एक शून्य छोड़ दिया है। पौड़ी गढ़वाल के एक साधारण गांव धारी से आने वाले, वह अपने विनम्र और जमीन से जुड़े स्वभाव के लिए जाने जाते थे, जिससे उन्हें उन लोगों का सम्मान और प्रशंसा मिली, जिनकी उन्होंने सेवा की थी।
गाँववासी जी के राजनीतिक करियर को उनके निर्वाचन क्षेत्र और पूरे राज्य के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता द्वारा चिह्नित किया गया था। 1996 में पौडी सीट से विधायक के रूप में चुने गए, सार्वजनिक सेवा के प्रति उनके समर्पण का उदाहरण तब और मिला जब उन्होंने नित्यानंद स्वामी अन्तरिम सरकार में पंचायती राज मंत्री के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने उत्तराखंड के गाँव की विकास नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनकी राजनीतिक उपलब्धियों से परे, रावत का चरित्र और मूल्य उन्हें एक नेता के रूप में अलग करते हैं। सत्ता और प्रभाव वाले पदों पर रहने के बावजूद, उन्होंने गाँव में अपनी जड़ों से जुड़े रहकर, सरल और सरल जीवन जीना जारी रखा। ग्रामीणों से पैदल मिलने की उनकी इच्छा और एक ईमानदार और सैद्धांतिक जीवन जीने की उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें राजनीति की अक्सर जटिल और चुनौतीपूर्ण राज्य में एक दुर्लभ प्रजाति का नेता बना दिया था।
गाँववासी जी की विनम्रता और आध्यात्मिक प्रकृति का एक विशेष रूप से मार्मिक उदाहरण तब देखने को मिला जब उन्हें अपनी बढ़ती उम्र में भी गंगोत्री से 18 किमी दूर गौमुख में ठंडे पानी से स्नान करते देखा गया। इस कार्य ने न केवल उनके शारीरिक लचीलेपन को प्रदर्शित किया बल्कि देवभूमि और इसके लोगों के साथ उनके आध्यात्मिक संबंध की गहराई का भी संकेत दिया।
ऐसे समय में जब राजनीतिक नेताओं की रोजमर्रा की जिंदगी की वास्तविकताओं के संपर्क से बाहर होने के लिए अक्सर आलोचना की जाती है, लोगों के प्रति गाँववासी जी के वास्तविक और सरल दृष्टिकोण ने कई लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम किया है। ईमानदारी, विनम्रता और सेवा के सिद्धांतों के प्रति उनके समर्पण ने एक ऐसा मानक स्थापित किया जिसका राजनीतिक क्षेत्र में मिलना मुश्किल है!
फोटो में गांववासी जी के साथ पौड़ी जिले के ग्रामीण पत्रकार हमारे मित्र श्री जगमोहन डांगी हैं!
विनम्र श्रद्धांजलि!
शीशपाल गुसाईं