देहरादून। कभी गांधी परिवार के सबसे करीबी रहे किशोर उपाध्याय को पार्टी संगठन के प्रदेश प्रभारी ने सभी पदों से हटा दिया है। इससे किशोर उपाध्याय समर्थकों में रूस भी है और नाराजगी भी।
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश मुख्य किशोर उपाध्याय पार्टी संगठन में बेबाकी से बात करने वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं जनहितों के मुद्दों पर प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उनकी अपनी ही पार्टी के सीएम हरीश रावत से भी टकराव होता रहा अब कुछ समय से वह कांग्रेस से अलग धारा में चल रहे थे। इस बीच भाजपा के कई बड़े नेताओं से भी उनकी मुलाकातें चर्चा में रहीं कई बार यह भी खबर उड़ी की वह भाजपा में शामिल हो रहें हैं। हालांकी किशोर उपाध्याय इस मामले में मौन ही रहे उन्होंने कभी खुलकर कुछ नहीं कहा। पार्टी में किशोर विरोधी लगातार उनकी गतिविधिओं की शिकायत आलाकमान से करते रहें हैं यही वजह है कि संगठन ने उन्हें पार्टी के सभी पदों से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है, एसे में किशोर समर्थकों मे खासी नाराजगी है किशोर को एक शालीन नेताओं में जाना जाता है। विधायक रहने के दौरान भी उनका फौकस वयक्तिगत के बजाये सार्वजनिक कार्यों पर अधिक रहा है, इस बीच टिहरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का एक बड़ धड़ा चाहता है कि वह अपने समर्थकों के साथ विधिवत रूप से भाजपा में शामिल हो जायें।