एम्स, ऋषिकेश में आईसीडी- 11 कोडिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

एम्स, ऋषिकेश में आईसीडी- 11 कोडिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य अस्पताल में आईसीडी प्रणाली का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना था।
भारत सरकार के केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन केंद्रीय स्वास्थ्य बुद्धिमत्ता ब्यूरो (सीबीएचआई), लखनऊ और एम्स ऋषिकेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित आईसीडी कोडिंग कार्यशाला में स्वास्थ्य स्थितियों का सटीक डेटा संग्रह करने के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी।
संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित इस वर्कशॉप में संस्थान के डॉक्टरों, नर्सों और एलाइड हेल्थ प्रोफेशनल्स को आईसीडी 10 से आईसीडी-11 तक की यात्रा, इसकी विशेषताएं, डिजिटल उपयोगिता, और व्यवहारिक कोडिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान प्रतिभागियों ने केस स्टडी और लाइव डेमोस्ट्रेशन के माध्यम से आईसीडी-11 के प्रयोग का प्रत्यक्ष अनुभव भी प्राप्त किया।
एमआरडी विभागाध्यक्ष डॉक्टर नम्रता गौर की देखरेख में आयोजित वर्कशॉप में विशेषज्ञों ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से न केवल मरीजों के उपचार की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि सरकार को भविष्य की स्वास्थ्य नीतियों और योजनाओं में महत्वपूर्ण सहायता भी मिलेगी।
संस्थान के मेडिकल रिकॉर्ड विभाग के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला में आईसीडी-10 से आईसीडी 11 तक का परिवर्तन और चुनौतियां, केस स्टडी एवं कोडिंग उदाहरण और प्रश्नोत्तर सत्रों का आयोजन हुआ।
कार्यशाला की मुख्य अतिथि श्रीमती दीक्षा सचदेवा, उप निदेशक (आईएसएस) सीबीएचआई और डॉ. महेश नाथ सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोग्राम ईवैल्यूएशन सीबीएचआई टीम ने डेटा संग्रहण और इसके उपयोग की तकनीकी जानकारियां दीं।
कार्यक्रम में संस्थान की डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अध्यक्ष प्रो. बी. सत्या श्री, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रवि कुमार, मुख्य नर्सिंग अधिकारी अनीता रानी कंसल, डीएनएस जीनो जैकब, एमआरडी विभाग के चिकित्सा अभिलेख अधिकारी विजय कुमार, जेएमआरओ शोभित सक्सेना व विशाल यादव आदि मौजूद रहे।