उत्तराखंडराजनीति

पंवार ने सीएम की कार्यशैली को सरहाया

कहा कि विधायक निधी का नाम बदलकर रोजगार निधी देकर बेरोजगारों को दें बिना ब्याज के पैसा

लंबगांव उत्तराखंड राज्य आंंदोलनकारी एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवी सिंह पंवार ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर उत्तराखंड राज्य आंदोलन कारियों की भावनाओं के अनुरूप कार्य करने पर सादुवाद दिया है।
पूर्व जिला पंचायत सदसय पंवार ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि
 आपकी कार्यशैली से लगता है कि आप उत्तराखंड राज्य का विकास उत्तराखंड आंदोलनकारी के अनुरूप करना चाहते हैं हमें ऐसी आशा है कि आप उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी के सपनों को भी साकार करेंगे मैंने भी इस राज्य के प्राप्ति के लिए लड़ाई में अपना योगदान पूर्ण रूप से दिया है और दे रहा हूं भले ही मैं विधानसभा मैं नहीं पहुंच पाया हूं किंतु मैंने क्षेत्र के हित में अनेकों बार आमरण अनशन तथा जेलों की चार दीवारों में मैं भी अनेकों बार बंद रहा यहां तक कि सरकार ने भी मुझे बरेली जेल मैं भी बंद रखाऔर मुझे अति प्रसन्नता है कि जिन जिन मुद्दों के लिए मैंने संघर्ष किया है उस पर सरकार ने अमलीजामा पहनाया है।
वह कहते हैं कि भले ही जिस गांव से मैं आता हूं उस गांव के लोगों को 5 किलोमीटर पैदल आना जाना पड़ता है इसमें कार्यदाई संस्था प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग एवं वन विभाग को मैं दोषी मानता हूं क्योंकि जब मैं 2003 में जिला पंचायत मेंबर रहा और स्वर्गीय फूल सिंह बिष्ट जी विधायक बने तब 2005 मैं खंबा खाल सिलोरा मोटर मार्ग सुकृत हुआ था किंतु विभाग की लापरवाही से ग्राम पंचायत सिलोरा तक रोड नहीं पहुंच पाई मैं आपसे आशा करता हूं कि इस पर भी आप कार्रवाई करने कृपा करेंगे।
पंवार ने मुख्यमंत्री से पत्र के माध्यम से अनुरोध किया कि सरकार के द्वारा विधायकों को जो विधायक निधि मिलती आ रही है उसका लाभ समाज को कहीं दिखाई नहीं पड़ती है इसकी अवज में आप विधायक रोजगार निधि का नाम दे कर के छोटे-छोटे उद्योगों से बेरोजगारों का भला कर सकते हैं जिससे हमारा पलायन भी रुकेगा और नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा उदाहरण के तौर पर पशुपालन सब्जी उत्पादन दुग्ध उत्पादन से लेकर दुकाने लघु उद्योग इन तमाम उद्योगों के लिए आप 5000 हजारसे ले कर 5 लाखतक की धनराशि स्वीकृत करा सकते हैं किंतु यह धनराशि बगैर ब्याज के 5 साल के अंदर अंदर लाभार्थियों को किस्तोके माध्यम से सरकार को वापस  करने पड़ेंगे ताकि  लाभार्थी इस राशि को अपना न समझे और उसको यह भी चिंता रहेगी कियाह रकम मैंने वापस करनी है इससे उसका दो फायदे होंगे एक तो उसको रोजगार मिलेगा दूसराउसके पास कीधन राशि बड़ेगी और रोजगार भी बढ़ेगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button