उत्तराखंड
उत्तरौं गांव में तीनों ढोलियों के साथ फूलयारा मेला मनाया गया

श्रावण मास में प्रत्येक मन्दिर में श्रावण सोमवार को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन शिवलिंग का स्नान भी किया जाता है। यह स्नान पवित्र जल और दूध के साथ अभिषेक के रूप में किया जाता है। श्रावण सोमवार के दिन शिवजी की पूजा-अर्चना की जाती है और भक्तों द्वारा शिव भजन गाए जाते हैं। यह परंपरा मान्यता में माना जाता है और श्रावण मास की विशेषता मानी जाती है।
उत्तरौं गांव में आज सावन संक्रांति के दिन एक पौराणिक मेला आयोजित किया गया था जिसे फूल्यारा मेला के नाम से जाना जाता है। इस मेले में उत्तरौं, नौगंव, और सेकू गांव की ढोलियां एक साथ मौजूद थीं। इस मेले में भाग लेने के लिए सभी लोगों ने सहयोग किया और इस रंगीन और धूमधाम भरे मेले को साकार किया। इसमें गांव के सभी संगठनों ने भी उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया