चौखुटिया। ब्लाॅक सभागार में बुधवार को हुई बीडीसी बैठक में सड़क से संबंधित समस्याएं छाई रही। सदस्यों ने शिक्षा, पेयजल, सिंचाई और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी प्रमुखता से रखी। अभियंताओं, अधिकारियों की ओर से सही जवाब व योजनाओं की सही जानकारी नहीं देने पर सदस्यों ने आक्रोश जताया। वहीं डीडीओ व एसडीएम रानीखेत ने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए समस्याओं का हल तय समय में करने के लिए कहा। बीडीसी बैठक में बीडीओ दिलमणी जोशी ने पिछली कार्यवाही पढ़ी। ब्लाॅक प्रमुख किरन बिष्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुख्य रूप से क्षेत्र की सड़कों के निर्माण में हो रही अनियमितताओं, घटिया डामरीकरण, छूटे तोक को सड़क कटान, भूमि मुआवजा समेत नए लिंक मोटर मार्गों की मांग सदस्यों ने उठाई। अधिकतर समय सड़कों की समस्याओं की चर्चा पर ही खत्म हो गया।
डीडीओ केएन तिवारी और संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जय किशन ने अधिकारियों से कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए कहा। उन्होंने लोनिवि और एनएच की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई।
शिक्षा पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने विभिन्न विद्यालयों की जर्जर हालत, अध्यापकों की कमी को लेकर समस्याएं उठीं। बीईओ डॉ. रवि मेहता ने बताया कि सीमांत विद्यालयों के साथ अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में प्राथमिकता से शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है।
पेयजल संबंधित समस्या में दीगौत में एक सप्ताह से पेयजल आपूर्ति ठप होने और चौखुटिया में सुलभ शौचालय में पानी की आपूर्ति ठप होने, रामपुर भनोटिया पेयजल योजना से लोगों को सुविधा न मिलने की बात भी उठाई गई। इसे लेकर सदस्यों ने विभागीय अभियंताओं की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगाए।
सिंचाई संबंधी समस्या पर सदस्यों ने धान बीज बुवाई नजदीक होने के बावजूद सिंचाई बांयी, दांयी नहर, धुधलिया नहर, दीगौत व गनाई नहर समहि तमाम नहरों की सफाई न होने और उनमें पानी की व्यवस्था न होने पर भी नाराजगी जताई।
स्वास्थ्य विभाग से संबंधित चर्चा के दौरान विकासखंड के सीएचसी में अल्ट्रासाउंड सुविधा मुहैया कराने सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सकों की नियुक्ति की मांग सदस्यों ने उठाई।
बैठक में डीपीआरओ गोपाल सिंह अधिकारी, तहसीलदार लीना चंद्र, जिपं उपाध्यक्ष कांता रावत, ब्लाॅक प्रमुख किरन बिष्ट, ज्येष्ठ उप प्रमुख गीता बिष्ट, चंद्र कांता, पवन पांडे, दिनेश मनराल, किशोर शर्मा, सत्येंद्र प्रकाश रोशन, दिवाकर चौधरी, गिरधर बिष्ट, पुष्पा जोशी, सूरज गौड, चंदन सिंह बिष्ट, अशोक कुमार, सांसद प्रतिनिधि मुकेश पांडे, विधायक प्रतिनिधि हीरा सिंह बिष्ट, कैलाश गैरोला, कमला देवी आदि मौजूद रहे।
प्रधान खुद सक्षम जनप्रतिनिधि
गड़स्यारी के प्रधान दिवाकर चौधरी की ओर से उठाए गए गड़स्यारी-सीमापानी सड़क निर्माण के मामले में लोनिवि अभियंता का कहना था कि इसके लिए विधायक या सांसद जैसे सक्षम जनप्रतिनिधि का पत्र चाहिए। इस पर गुस्साए डीडीओ ने पूछा कि यह किस आदेश में लिखा है। उन्होंने कहा कि गांव की समस्याओं के मामले में प्रधान ही सर्वेसर्वा होता है उसके पत्र की भी अहमियत है वह खुद में सक्षम जनप्रतिनिधि है। इसलिए सक्षम जनप्रतिनिधि के पत्र की आड़ में सड़कों के निर्माण के मामले न उलझाए जाएं। इस चर्चा में प्रधान संगठन अध्यक्ष पवन पांडे व महासचिव दिनेश मनराल ने अभियंता को पंचायत एक्ट कि 11 अनुसूची को पढ़ने की हिदायत देते हुए कहा प्रधान की अनुमति के बिना गांव में कोई भी कार्य नहीं किया जा सकता है।
छह माह से स्टोर में रखे हैं कंप्यूटर
टिम्टा की बीडीसी सदस्य चंद्रकांता ने शिक्षा से संबंधित चर्चा के दौरान बताया कि उनके क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल में छह माह पूर्व कंप्यूटर आए थे लेकिन वे स्टोर रूम में रखे हैं जिससे संबंधित शिक्षार्थी उसका कोई लाभ नही ले पा रहे हैं। बैठक में मौजूद संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत जयकिशन व डीडीओ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्कूल में सोलर लाइट के माध्यम से कंप्यूटर चालू करने के निर्देश दिए।