देहरादून । देश के प्रक्ष्यात समाजसेवी विमल भाई का लबी बिमारी के बाद दिल्ली में निधन हो गया । वह उतराखण्ड में टिहरी बांध विरोधी आदोलनो में भी शामिल रहे विभिन्न जन आंदोलनों में देश भर में सक्रिय रहे गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता विमल भाई का दिल्ली एम्स में निधन हो गया। करीब 60 वर्षीय विमल भाई पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और 10 अगस्त से दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था। टिहरी बांध विस्थापितों के संघर्ष में उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय तक में विस्थापितों का साथ दिया। केदारनाथ आपदा का मामला भी ग्रीन ट्रिब्यूनल में उठाया। पहाड़ में विस्थापन और आपदाओं के मामलों पर वे हमेशा मुखर रहे। उन्होंने “माटू” संगठन का निर्माण भी किया। जन आंदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय से भी जुड़े रहे। मेधा पाटकर, सुंदर लाल बहुगुणा, बी डी शर्मा, अरुणा राय और हर्ष मंदर जैसे समाज सेवियों के निकट सहयोगी रहे। देश भर में विस्थापन के खिलाफ पुनर्वास की लड़ाई लड़ने वाले लाखों लोगों के लिए उनका निधन अपूरणीय क्षति है।
विनम्र श्रद्धांजलि।