सिल्क एक्सपो 2024: देहरादून में 10 सितंबर से छह दिवसीय हथकरघा बुनाई का उत्सव शुरू होगा
10 सितंबर से 15 सितंबर, 2024 तक, जीवंत शहर देहरादून बहुप्रतीक्षित सिल्क मार्क एक्सपो 2024 की मेजबानी करेगा। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के तहत केंद्रीय रेशम बोर्ड द्वारा उत्तराखंड रेशम विभाग और उत्तराखंड सहकारी रेशम संघ के सहयोग से आयोजित, मधुबन होटल, राजपुर रोड़ में यह छह दिवसीय कार्यक्रम देश के बेहतरीन रेशम हथकरघा बुनकरों का एक भव्य समागम होने का वादा करता है। 15 से अधिक राज्यों से आने वाले प्रतिभागियों के साथ, एक्सपो भारतीय रेशम बुनाई परंपराओं की समृद्ध विविधता और कलात्मकता का प्रदर्शन करेगा।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड के कृषि मंत्री श्री गणेश जोशी और केंद्रीय रेशम बोर्ड के सदस्य सचिव श्री पी. शिव कुमार करेंगे। उनकी उपस्थिति न केवल रेशम उद्योग के लिए बल्कि भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने के लिए भी इस आयोजन के महत्व को रेखांकित करती है। सिल्क एक्सपो हस्तशिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है और स्थानीय कारीगरों को दृश्यता और बाजार तक पहुँच प्रदान करके उनका समर्थन करता है।
50 प्रतिष्ठित हथकरघा बुनकरों की भागीदारी देश के विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न रेशम बुनाई तकनीकों और शैलियों को प्रदर्शित करने के लिए एक्सपो की प्रतिबद्धता को मजबूती से जाहिर करती है। प्रत्येक राज्य अपनी अनूठी विरासत और विशेषज्ञता लाता है, जो इस आयोजन को रंगों, बनावटों और परंपराओं के एक ताने-बाने में बदल देता है। उपस्थित लोग चमकदार रेशमी साड़ियों से लेकर जटिल रेशमी स्टोल तक की बेहतरीन कृतियों को देखने की उम्मीद कर सकते हैं, जिनमें से प्रत्येक पीढ़ियों से बुनी गई कहानी बयां करती है।
उत्तराखंड रेशम फेडरेशन के प्रबंध निदेशक श्री आनंद ए.डी. शुक्ल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक्सपो बुनकरों को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा। शुक्ल के अनुसार, इस तरह के आयोजनों से न केवल बुनकरों को बल्कि ग्राहकों को भी बहुत फायदा होता है। सिल्क उत्पादों की कीमतें बाजार में काफी महंगी होती हैं, और इस तरह के प्रदर्शनियों से ग्राहकों को शुद्ध क्वालिटी के उत्पाद मुनासिब दामों पर मिलते हैं। इस एक्सपो का उद्देश्य ग्राहक और दुकानदार के बीच में एक मिडिएटर की तरह काम करना है, जिससे दोनों को फायदा पहुंच सके।
उन्होंने बताया कि, एक्सपो में बुनकरों, निर्माताओं, सहकारी समितियों, एनजीओ, प्रमुख रेशम व्यापारियों, निर्यातकों, और कैवेट की बड़ी भागीदारी की उम्मीद है। इस आयोजन में बिहार, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों से एजेंसियाँ हिस्सा लेंगी। वे अपनी आकर्षक बनावट, रेशम उत्पादों और रेशम हस्तशिल्प की समृद्ध डिजाइन का प्रदर्शन करेंगी।
एमडी श्री शुक्ल एक्सपो का उद्देश्य रेशम उद्योग को बढ़ावा देना और बुनकरों को नए अवसर प्रदान करना है, जिससे वे अपने उत्पाद सीधे ग्राहकों को पहुंचा सकें। यह आयोजन उन सभी के लिए एक बड़ा मौका है जो रेशम उद्योग से जुड़े हैं और अपनी कला और मेहनत को एक बड़ी पहचान देना चाहते हैं।