हल्द्वानी। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि मासूम अंकिता व उपपा के युवा दलित नेता जगदीश चंद्र के निर्मम शर्मनाक हत्याकांड के पीछे उत्तराखंड में सत्ता के संरक्षण में पलने वाले तेजी से बढ़ रही स्वेच्छाचारिता लंपट संस्कृति जिम्मेदार है। जिसके चलते इन इन शर्मनाक घटनाओं पर गहन चिंतन मनन एवं समाज को सक्रिय हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने कहा कि जिस तरह प्रदेश सरकार ने बुलडोजर चलाकर अंकिता मामले के सबूत मिटाकर वाह वाही लूटने, मामले को भटकाने की कोशिश की यह भी चिंता का विषय है।
तिवारी ने कहा कि उत्तराखंड में भू खनन शराब रेता बजरी माफियाओं, नौकरियों के बंदरबांट से चुनाव में इस काली कमाई से जो नंगा नाच किया जा रहा है ये घटनाएं इस तरह की शर्मनाक घटनाओं के लिए आधार तैयार कर रही हैं इसलिए इसमें भविष्य में कमी आएगी ऐसी संभावना दिखती नहीं है।
तिवारी ने कहा कि देश में जिस तरह पुलिस प्रशासन व लंपट राजनीति का वाहक बनकर एक ओर समाज में जन आंदोलनों की आवाज को कुचल रहां है दूसरी ओर लंपटों को प्रशय दे कर स्थितियों को और बदतर बना रहा है
उपपा अध्यक्ष ने कहा कि अंकिता तथा जगदीश के मामलों की गहन निष्पक्ष जांच कर पीड़ित पक्ष को त्वरित न्याय देने तथा उपरोक्त सवालों पर समाज को मिलजुल कर सोचने और सक्रिय होने की जरूरत है।