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देहरादून
हेलंग एकजुटता मंच के बैनर तले देहरादून के विभिन्न संगठनों ने मंगलवार को जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भेजकर सरकार को 15 जुलाई 2022 को हेलंग में हुई घटना की याद दिलाई। इस घटना में पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों द्वारा घसियारियों का घास छीना गया था।
प्रदर्शनकारी डीएम ऑफिस के पास जमा हुए और हेलंग की घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने संबंधी नारे लगाते हुए डीएम ऑफिस के बाहर पहुंचे, जहां एडीएम को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में कहा गया है कि हेलंग की घटना के बाद राज्यभर में प्रदर्शन हुए थे और विभिन्न जिला अधिकारियों और अन्य संबंधित अधिकारियों के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति, राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजे गए थे। लेकिन, सरकार ने इन ज्ञापनों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी।
ज्ञापन में राज्य सरकार की भूलने की आदत पर अफसोस जताया गया और कहा गया कि हेलंग के मामले को लेकर जो 5 मांगे रखी गई थी, उन पर आज तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। यह चुनी हुई सरकार द्वारा अपनाया गया एक अलोकतांत्रिक तरीका है। ज्ञापन में फिर से उन 5 मांगों की याद दिलाई गई है। इनमें डीएम चमोली को पद से हटाना, मंदोदरी देवी से घास छीनने के दोषी पुलिस और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करना, हेलंग गांव की जमीन टीएचडीसी को सौंपे जाने की जांच करना, अलकनंदा नदी में मलबा फेंकने के लिए टीएचडीसी पर मुकदमा दर्ज करना और हेलंग प्रकरण की न्यायिक जांच करवाना शामिल है।
इस प्रदर्शन में ज्यादातर महिलाओं ने हिस्सा लिया। इनमें निर्मला बिष्ट, पद्मा गुप्ता, सीमा नेगी, विजया नैथानी, रजनी, सुलोचना गुसाई, सरोज चौहान, कृष्णा सकलानी, शकुंतला मुंडेपी आदि शामिल थे। इनके अलावा गंगाधर नौटियाल, प्रभात डंडरियाल, नवनीत गुसाईं, सुदेश आदि भी प्रदर्शन में शामिल हुए।