टीएमयू में रिसर्च की गुणवत्ता उत्कृष्टः वीसी


तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में 2025-26 बैच के पीएचडी स्कॉलर्स के इंडक्शन प्रोग्राम में बताईं शोध की प्राथमिकताएं
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की ओर से 2025-26 बैच के पीएचडी स्कॉलर्स के इंडक्शन प्रोग्राम में रिसर्च की प्राथमिकताएं बताई गईं। पीएचडी स्कॉलर्स को संबोधित करते हुए वीसी प्रो. वीके जैन ने कहा, टीएमयू में वैश्विक स्तर की रिसर्च कराई जाती है। यदि कोई भी स्कॉलर तीन वर्ष में अपनी पीएचडी पूरी कर लेता हैं तो यूनिवर्सिटी उस स्कॉलर से कोई थीसिस सब्मिशन फीस नहीं लेती है।
हमारी रिसर्च इतनी अधिक समृद्ध है कि टीएमयू में न केवल इंडिया, बल्कि स्पेन, जर्मनी, यूके, यूएसए, सऊदी अरब आदि से भी रिसर्चर्स रिसर्च कर रहे हैं। इसके अलावा न्यायपालिका,प्रशासनिक, सरीखे फील्ड से भी लोग तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी से जॉब के संग-संग पीएचडी कर रहे हैं। इससे पूर्व न्यू एलटी में मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के संग इंडक्शन प्रोग्राम का शंखनाद हुआ। संचालन मेडिकल की रिसर्च फेलो मिस कायनात खान और मिस शहजीन ने किया।
डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने कहा, टीएमयू के रिसर्च स्कालर्स के लिए स्वर्णिम करियर के तमाम मौके और विकल्प मौजूद हैं। फैलोशिप के लिए यूनिवर्सिटी मेडिकल फेलो के लिए 30 हजार और नॉन मेडिकल फेलो के लिए 25 हजार रुपए प्रतिमाह प्रदान करती है। यदि कोई स्कॉलर तय समय सीमा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के संग पीएचडी कर लेता है तो बाद में फैकल्टी के रूप में भी उसके लिए टीएमयू के द्वार खुले हुए हैं।
लॉ कॉलेज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित, प्रोग्राम की कन्वीनर एवम् पीएचडी सेल की एसोसिएट डीन डॉ. ज्योति पुरी, एसोसिएट डीन आर एंड डी प्रो. अनुराग वर्मा आदि ने अपनी-अपनी शोध विशेषज्ञता के बारे में विस्तार से बताया। इन्होंने एसओपी, आईपीआर, रिसर्च ट्रेंडस, रिसर्च पब्लिकेशंस, पीएचडी प्रक्रिया के मानकों के संग-संग टीएमयू की अब तक की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। इंडक्शन प्रोग्राम में 60 से अधिक शोधर्थियों ने भाग लिया। प्रोग्राम में डेंटल के प्रिंसिपल प्रो. प्रदीप तांगडे, नर्सिंग कॉलेज की डीन प्रो. एसपी सुभाषिनी, नर्सिंग की प्रिंसिपल प्रो. जेसलीन एम., फार्मेसी के प्रिंसिपल डॉ. आशु मित्तल, एसोसिएट डीन डॉ. अमित कंसल आदि की मौजूदगी रही।