उत्तराखंड

टीएमयू चांसलर ने किया चार कम्प्यूटर लैब्स का अनावरण

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी- सीसीएसआईटी में चार अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाओं के शुभारम्भ पर जीवीसी श्री मनीष जैन, कार्यवाहक वीसी प्रो. हरबंश दीक्षित, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन के संग-संग सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी की रही उल्लेखनीय उपस्थिति

ख़ास बातें
उम्र कभी भी सीखने और विकास में बाधा नहीं बननी चाहिए: कुलाधिपति
टीएमयू सीएस के स्टुडेंट्स तकनीक में होंगे और अपडेट: जीवीसी श्री मनीष जैन
लैब्स छात्रों, संस्थानों और समाज के विकास के लिए रीढ़ की हड्डी: प्रो. दीक्षित
लैब्स इंटेल कोर आई-7 प्रोसेसर, 512जीबी एसएसडी से लैस: प्रो. द्विवेदी

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी- सीसीएसआईटी में उन्नत तकनीक के संग 240 कंप्यूटरों की नई चार लैब्स का कुलाधिपति श्री सुरेश जैन के करकमलों से अनावरण हुआ। इस मौके पर जीवीसी श्री मनीष जैन, कार्यवाहक वीसी प्रो. हरबंश दीक्षित, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन के संग-संग सीसीएसआईटी के प्राचार्य प्रो. आरके द्विवेदी की गरिमामयी मौजूदगी रही। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन बोले, छात्रों के समग्र विकास के लिए फैकल्टी को भी खुद को अपडेट करना होगा, क्योंकि छात्रों और संपूर्ण संस्थान के विकास को आकार देने में फैकल्टी का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने स्वयं और छात्रों की बेहतरी के लिए उच्च लक्ष्य निर्धारित करने और नवोन्मेषी तरीके से सोचने के महत्व पर जोर देते हुए बताया, उम्र कभी भी सीखने और विकास में बाधा नहीं बननी चाहिए। उन्होंने जीवन में आलोचना के महत्व को रेखांकित किया और व्यक्तियों को आत्म-सुधार के साधन के रूप में इसे अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने समाज की बेहतरी के लिए निरंतर मूल्यांकन, नवाचार और व्यक्तिगत विकास की यात्रा शुरू करने के लिए प्रेरित किया। जीवीसी श्री मनीष जैन बोले, अब टीएमयू सीएस के स्टुडेंट्स तकनीक में और अपडेट होंगे।

कार्यवाहक कुलपति प्रो. हरबंश दीक्षित ने कहा, लैब्स छात्रों, संस्थानों और बड़े पैमाने पर समाज के विकास के लिए रीढ़ की हड्डी होती हैं। उन्होंने बताया, आधुनिक युग में प्रयोगशालाएं केवल एक सुविधा नहीं हैं, बल्कि छात्रों को व्यावहारिक, व्यावहारिक शिक्षण अनुभव प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण है। प्रो. द्विवेदी ने शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए संस्थान की अटूट प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा, आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रयोग हेतु इन लैब्स में इंटेल कोर आई-7 प्रोसेसर के साथ 16जीबी रैम और 512जीबी एसएसडी के सिस्टमों का इस्तेमाल किया गया है। इससे छात्रों को अधिक से अधिक सीखने का माहौल मिलेगा । प्रो. द्विवेदी ने टीएमयू प्रशासन के समर्पण और प्रतिबद्धता का भी जिक्र किया। उल्लेखनीय है, ये लैब्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस- एआई, मशीन लर्निंग- एमएल, डीप लर्निंग- डीएल, साइबर सिक्योरिटी, ब्लॉकचौन टेक्नोलॉजी, डेटा साइंस, क्लाउड टेक्नोलॉजी, एंड्राइड प्रोग्रामिंग, आईओएस जैसी उन्नत टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं। ये लैब्स स्टुडेंट्स के एनालिटिकल, प्रोग्रामिंग, डेटा हैंडलिंग, डेटा एनालिसिस, एंड्राइड एवं आईओएस डवलपमेंट जैसी स्किल्स को बढ़ावा देंगी।

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