सार्थक प्रयास संवादाता
नरेंद्र नगर। आधुनिक सोशल मीडिया के दौर में फेक न्यूज़ का प्रचलन पहले से ज्यादा बढ़ गया है लेकिन हमें इसके लिए क्रिटिकल थिंकिंग के साथ से फैक्ट चेकिंग एजेंसीज व टूल्स का ज्ञान होना भी आवश्यक है, उक्त वक्तव्य प्रोफेसर आर0के0 उभान प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर ने पत्रकारिता विभाग द्वारा आयोजित फेक न्यूज़ विषय पर एक दिनी कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में विषय विशेषज्ञ एवं फैक्ट चेकर के रूप में अपनी प्रस्तुति को रखते हुए पत्रकारिता विभाग की विभाग प्रभारी डॉ सृचना सचदेवा ने फेक न्यूज़ को परिभाषित करते हुए विश्व के विभिन्न देशों में उसके उपयोग और दुष्प्रभाव के आंकड़ों के साथ उपायों पर स्लाइड शो के माध्यम से दर्शकों को समझाया। उन्होंने सोशल मीडिया वेबसाइट की प्रवृत्ति और प्रकृति को समझाते हुए बताया कि ऐसी वेबसाइट आपकी पसंद और नापसंद के आधार पर सोशल मीडिया वेबसाइट सेंटर बबल लगाकर एक एको चेंबर बनाती है। फेक न्यूज़ के सत्यापन के लिए उन्होंने फैक्ट चेकिंग टूल्स एवं उनकी कार्यप्रणाली से प्रतिभागियों को समझाया जिससे झूठी खबरों के दुष्परिणामों से बचा जा सके।
कार्यशाला में वार्म अप गतिविधि के अंतर्गत रंग-बिरंगे गुब्बारों को हवा में उछाल कर प्रतिभागी छात्रों ने खूब आनंद लिया।
फेक न्यूज़ के संदर्भ में क्रिटिकल थिंकिंग पर अपना प्रेजेंटेशन रखते हुए पर्यटन अध्ययन विषय के विभाग प्रभारी डॉ संजय महर ने शिक्षा को एकमात्र उपकरण बताया जिससे कि गलत वह सही का मूल्यांकन किया जा सकता है उन्होंने फेक न्यूज़ कि विश्व पर्यंत और ऐतिहासिक घटनाओं का प्रसंग भी अपनी प्रस्तुति के माध्यम से रेखांकित किया।
नरेंद्र नगर। आधुनिक सोशल मीडिया के दौर में फेक न्यूज़ का प्रचलन पहले से ज्यादा बढ़ गया है लेकिन हमें इसके लिए क्रिटिकल थिंकिंग के साथ से फैक्ट चेकिंग एजेंसीज व टूल्स का ज्ञान होना भी आवश्यक है, उक्त वक्तव्य प्रोफेसर आर0के0 उभान प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर ने पत्रकारिता विभाग द्वारा आयोजित फेक न्यूज़ विषय पर एक दिनी कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए ।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में विषय विशेषज्ञ एवं फैक्ट चेकर के रूप में अपनी प्रस्तुति को रखते हुए पत्रकारिता विभाग की विभाग प्रभारी डॉ सृचना सचदेवा ने फेक न्यूज़ को परिभाषित करते हुए विश्व के विभिन्न देशों में उसके उपयोग और दुष्प्रभाव के आंकड़ों के साथ उपायों पर स्लाइड शो के माध्यम से दर्शकों को समझाया। उन्होंने सोशल मीडिया वेबसाइट की प्रवृत्ति और प्रकृति को समझाते हुए बताया कि ऐसी वेबसाइट आपकी पसंद और नापसंद के आधार पर सोशल मीडिया वेबसाइट सेंटर बबल लगाकर एक एको चेंबर बनाती है। फेक न्यूज़ के सत्यापन के लिए उन्होंने फैक्ट चेकिंग टूल्स एवं उनकी कार्यप्रणाली से प्रतिभागियों को समझाया जिससे झूठी खबरों के दुष्परिणामों से बचा जा सके।
कार्यशाला में वार्म अप गतिविधि के अंतर्गत रंग-बिरंगे गुब्बारों को हवा में उछाल कर प्रतिभागी छात्रों ने खूब आनंद लिया।
फेक न्यूज़ के संदर्भ में क्रिटिकल थिंकिंग पर अपना प्रेजेंटेशन रखते हुए पर्यटन अध्ययन विषय के विभाग प्रभारी डॉ संजय महर ने शिक्षा को एकमात्र उपकरण बताया जिससे कि गलत वह सही का मूल्यांकन किया जा सकता है उन्होंने फेक न्यूज़ कि विश्व पर्यंत और ऐतिहासिक घटनाओं का प्रसंग भी अपनी प्रस्तुति के माध्यम से रेखांकित किया।
फेक समाचारों के मनोविज्ञान को समझाते हुए डॉक्टर सपना कश्यप ने कहा कि सूचना एवं समाचार हमें मानसिक और शारीरिक दोनों स्तरों पर प्रभावित करते हैं इसलिए हमें अपने मनोविज्ञान को ऊंचा बनाए रखना चाहिए।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने उपस्थित प्रतिभागियों को मिसइंफॉर्मेशन ,डिसइनफॉरमेशन, फेक न्यूज़ व पीत पत्रकारिता में विभेद की बारीकी समझाई।
अर्थशास्त्र विभाग की प्रभारी डॉ सुधा रानी ने फेक न्यूज़ आधारित क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों का खूब विचार मंथन किया।
क्विज प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा मनीषा ने प्रथम दिए पत्रकारिता प्रथम वर्ष के छात्र शुभम ने द्वितीय तथा बीएसई प्रथम वर्ष के छात्र ऋषभ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ प्राचार्य जी द्वारा किया गया कार्यशाला का छायांकन पत्रकारिता विभाग के विशाल त्यागी द्वारा बखूबी किया गया। कार्यशाला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यशाला के सफल संपादन के लिए आयोजक मंडल के सदस्यों डॉ सृचना सचदेवा, डॉ0 सपना कश्यप, डॉ0 संजय महर, डॉ0 सुधा रानी, डॉ0 विक्रम सिंह बर्त्वाल, विशाल त्यागी को कार्यशाला के संरक्षक एवं कॉलेज प्राचार्य ने विशेष बधाई दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक गण कर्मचारी गण छात्र-छात्राएं विशेष रूप प्रतिभागी के रूप में उपस्थित रहे।
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डॉ विक्रम सिंह बर्त्वाल ने उपस्थित प्रतिभागियों को मिसइंफॉर्मेशन ,डिसइनफॉरमेशन, फेक न्यूज़ व पीत पत्रकारिता में विभेद की बारीकी समझाई।
अर्थशास्त्र विभाग की प्रभारी डॉ सुधा रानी ने फेक न्यूज़ आधारित क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिभागियों का खूब विचार मंथन किया।
क्विज प्रतियोगिता में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा मनीषा ने प्रथम दिए पत्रकारिता प्रथम वर्ष के छात्र शुभम ने द्वितीय तथा बीएसई प्रथम वर्ष के छात्र ऋषभ ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यशाला का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ प्राचार्य जी द्वारा किया गया कार्यशाला का छायांकन पत्रकारिता विभाग के विशाल त्यागी द्वारा बखूबी किया गया। कार्यशाला का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। कार्यशाला के सफल संपादन के लिए आयोजक मंडल के सदस्यों डॉ सृचना सचदेवा, डॉ0 सपना कश्यप, डॉ0 संजय महर, डॉ0 सुधा रानी, डॉ0 विक्रम सिंह बर्त्वाल, विशाल त्यागी को कार्यशाला के संरक्षक एवं कॉलेज प्राचार्य ने विशेष बधाई दी। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक गण कर्मचारी गण छात्र-छात्राएं विशेष रूप प्रतिभागी के रूप में उपस्थित रहे।