उत्तराखंड

आयुष मंत्रालय द्वारा संचालित “प्रकृति परीक्षण अभियान” को राज्य में सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा संचालित “प्रकृति परीक्षण अभियान” को राज्य में सफल संचालन हेतु एक मीटिंग एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड में भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा किया गया। इसमें राज्य के जिला समन्वयकों, जिला पर्यवेक्षकों, और आयुर्वेदिक कॉलेजों के नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर अभियान के क्रियान्वयन की रूपरेखा तैयार की गई।

• प्रकृति परीक्षण अभियान को पूरे राज्य में प्रभावी रूप से लागू करने की योजना तैयार की गई।
• भारत सरकार द्वारा जारी “प्रकृति परीक्षण ऐप” के उपयोग और जागरूकता के लिए दिशा-निर्देश दिए गए
• कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर सचिव एवं निदेशक (आयुर्वेद) श्री विजय कुमार जोगदंडे ने अभियान को बड़े स्तर पर सफल बनाने का आह्वान किया।
• उन्होंने जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों को जिला नोडल अधिकारी बनाने हेतु निर्देश दिए तथा जिला अधिकारियों से मिलकर जिला स्तरीय बैठकों के आयोजन और ग्राम पंचायतों तक अभियान की पहुंच सुनिश्चित करने को कहा।

राज्य समन्वयक एवं अध्यक्ष डा जे एन नौटियाल ने बताया कि यह अभियान भारत सरकार की एक अनूठी पहल है।इस अभियान का उद्देश्य लोगों को उनकी प्रकृति के बारे में जागरूक कर उनके लाइफ स्टाइल फ़ूड हैबिट ठीक कर रोगों की रोकथाम करना है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इस कार्यक्रम को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल करने और देशभर में 1 करोड़ लोगों के परीक्षण का लक्ष्य रखा है

डॉ. नौटियाल ने बताया कि यह अभियान कैंसर जैसे गंभीर रोगों की रोकथाम में मदद करेगा।यह प्रिवेंटिव हेल्थकेयर की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो व्यक्तिगत और राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य पर होने वाले खर्च बचाने में सहायक होगा। रजिस्ट्रार नर्मदा गुसाईं ने चिकत्सा परिषद द्वारा इस कार्यक्रम को प्रभावी बनाने हेतु रूप रेखा को बताया की परिषद इस हेतु प्रभावी रूप से कार्य कर कर है।

राज्य समन्वयक डॉ. डी.के. श्रीवास्तव ने अभियान के प्रश्न एवं उत्तरों को कैसे ऑनलाइन करना है इसकी विस्तृत प्रशिक्षण दिया और राज्य सह समन्वयक डॉ. सनंदन थपलियाल ने चिकित्सकों को प्रकृति परीक्षण के एप का तकनीक प्रशिक्षण दिया।
• डॉ. अनिल थपलियाल ने इस मुहिम को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
• कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से आए समन्वयकों और चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया।

प्रमुख उपस्थित व्यक्तियों में मुख्य अतिथि अपर सचिव श्री विजय कुमार जोगदंडे ,राज्य समन्वयक एवं अध्यक्ष डा जे एन नौटियाल बोर्ड उपाध्यक्ष डा वीरेंद्र चंद ,रजिस्ट्रार श्रीमती नर्मदा गुसाईं,डा डी के श्रीवास्तव ,डा अनिल थपलियाल ,डॉ. सदानंद थपलियाल, डॉ. अशुतोष पंत डॉ. सुनील रतूड़ी, डा धीरज त्यागी ,डा सादाब ख़ान ,डा धीरज त्यागी ,डा मतिउल्लाह मजीद ,और अन्य प्रमुख चिकित्सक शामिल थे।
इस बैठक में सभी प्रतिभागियों ने अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की

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