उत्तराखंड क्रांति दल महानगर इकाई द्वारा प्रेम चंद अग्रवाल का पुतला दहन कर सरकार से उनका इस्तीफा माँगा। विदित है कि दिनांक 02 मई को धर्म नगरी ऋषिकेश में सुरेन्द्र सिंह नेगी युवक के साथ हुई मार पिटाई व गन्दी गलियों कि घटना ने मंत्री पद कि गरिमा का तार तार कर दिया, इससे केवल भाजपा के चाल चेहरा चरित्र का नुमाइस के साथ साथ पहाड़ विरोधी मानसिकता का प्रदर्शन प्रेम चंद अग्रवाल के द्वारा किया गया। यह घटना सबसे ज्यादा शर्मसार धामी सरकार के लिए है। प्रेम चंद अग्रवाल यही नहीं ऐसी कई घटनाओं को पहले भी अंजाम दे चुके है। यही नहीं अंकिता भंडारी हत्या कांड में जो संदिग्ध व्यक्ति को बचाने का काम प्रेम चंद अग्रवाल के द्वारा किया गया। उक्रांद का स्पष्ट मानना है कि सरकार का मुखिया पुष्कर सिंह धामी, प्रेम चंद अग्रवाल को मंत्री मण्डल से अविलम्ब बर्खास्त करें।
कार्यक्रम में सुनील ध्यानी, दीपक गैरोला, शिव प्रसाद सेमवाल, बिजेंद्र रावत, विपिन रावत, सुलोचना ईष्टवाल, उत्तम रावत, राजेंद्र प्रधान,किरन रावत कश्यप, राजेंद्र गुसाई,दीपक रावत, प्रभात डंडरियल, दीपक मधवाल,सागर भंडारी,मंजू रावत,, सरोज रावत, नैना लखेड़ा, सरोजनी नेगी, पूनम ध्यानी, आशा रावत आदि थे।