वैदिक गणित विश्व को उपहार की मानिंद: प्रो. शिवोम
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग में गणित दिवस पर देश के जाने-माने गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का भावपूर्ण स्मरण, क्विज प्रतियोगिता में बीएससी ऑनर्स की अंशिका प्रथम, मौलि द्वितीय और मुस्कान रही तृतीय
गणित विशेषज्ञ प्रो. शिवोम शर्मा ने कहा, वेदों में गणित का सर्वोच्च स्थान है। वैदिक गणित संसार के लिए उपहार की मानिंद है, जो भारत की प्राचीन सभ्यता ने दिया है। उन्होंने बताया कि 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में वैदिक गणित की सहायता से 16 सूत्र और 120 शब्द दिए गए हैं, जिसमें कुछ सूत्रों के नाम एकाधिकेन पूर्वेना, व्याविट समावटि आदि हैं। इस मौके पर प्रो. शर्मा ने देश के जाने-माने गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए उनका भावपूर्ण स्मरण भी किया।
प्रो. शर्मा तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग में गणित दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले राजकीय पीजी कॉलेज, बिलासपुर, रामपुर के प्रो. शिवोम शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजीत कुमार ने सभी अतिथियों का अभिनन्दन किया और दैनिक जीवन में गणित की उपयोगिता को बताया। अंत में डॉ. विपिन कुमार ने वोट ऑफ थैंक्स दिया। संचालन रिसर्च स्कॉलर छवि गुप्ता ने किया।
इस मौके पर स्टुडेंट्स के लिए एक क्विज प्रतियोगिता भी हुई, जिसमें बीएससी आनर्स- गणित द्वितीय वर्ष की स्टुडेंट्स अंशिका ने प्रथम, मौलि ने द्वितीय और मुस्कान शाह तृतीय स्थान प्राप्त किया। गणित विभाग के डॉ. आलोक कुमार गहलोत ने बताया कि सांसों का भी अपना एक गणित है। हमें राक्षसी गणित का उपयोग नहीं करना चाहिए। पहले गणित की सार्थकता को समझिये। फिजिकल कॉन्सेप्ट को समझने के लिए गणित की आवयश्कता होती है।
गणित की रिसर्च स्कॉलर मिस. राशि आर्य ने गणित की उपयोगिता और इसके वंडर्स को बताया। कार्यक्रम में डॉ. विपिन कुमार, डॉ. कामेश कुमार, डॉ. अभिनव सक्सेना, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. नवनीत कुमार, डॉ. हिमांश, डॉ. राहुल शर्मा, डॉ. शुभेन्द्र प्रताप, डॉ. विजेंद्र सिंह रावत, डॉ. गुलिस्ता खान, डॉ. अजय कुमार उपाध्याय, डॉ. अमित कुमार शर्मा, डॉ. एके पीपरसिनिया, मिस ख्याति, मिस राशि आर्य, मिस छवि गुप्ता, श्री पुनीत कुमार, श्री आदर्श आदि उपस्थित रहे।