नई टिहरी। टिहरी बांध की झील में अचानक जलस्तर बढ़ने पर पुलिस ने तेज बहाव की चपेट में आये व्यक्तियों को त्वरित रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। लेकिन यह आपात स्थिति से निपटने के लिए टिहरी पुलिस की ओर से किया गया मॉक ड्रिल था। ताकि आपात स्थितिसेनिपटने का अभ्यास किया जा सके।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, के निर्देश पर पुलिस ने यहमॉक ड्रिल किया। अभ्यास के दौरान *एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की टीम की ओर से जनपद पुलिस को आपदा उपकरणों के संचालन/प्रयोग एवं बाढ़ आदि की दशा में तैराकी के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, का कहना है कि पुलिस को आपदा एवं आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित रेस्क्यू कार्यों के लिए सक्षम बनाये जाने का प्रयास लगातार जारी है ।
क्षेत्राधिकारी टिहरी के पर्यवेक्षण में कोतवाली नई टिहरी पुलिस की ओर से प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिंह रावत के नेतृत्व में एनडीआरएफ/एसडीआरएफ/सीआईएसएफ/फायर सर्विस/जल पुलिस/आपदा प्रबंधन/स्थानीय प्रशासन की टीम के साथ मिलकर भविष्य में सम्भावित आपदाओं के दृष्टिगत उत्तरकाशी में ग्लेशियर टूटने के कारण टिहरी झील का जल स्तर बढ़ने को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन कर रेस्क्यू के दौरान की जाने वाली कार्यवाहियों का अभ्यास किया गया ।*
इस दौरान *टिहरी व्यू प्वाइंट एवं कोटि-कॉलोनी क्षेत्रांतर्गत* एकाएक झील का जलस्तर बढ़ने के कारण *पानी के तेज बहाव की चपेट में आये व्यक्तियों को त्वरित रेस्क्यू करते हुये सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर सहायता प्रदान किये जाने के अभ्यास* का आयोजन किया गया। उक्त अभ्यास के दौरान *एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की टीम द्वारा जनपद पुलिस को आपदा उपकरणों के संचालन/प्रयोग एवं बाढ़ आदि की दशा में तैराकी के सम्बन्ध में विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी ।