देहरादून। देहरादून और टिहरी गढ़वाल के विभिन्न जगहों में वरिष्ठ लेखक और आंदोलनकारी त्रेपन सिंह चौहान की याद में शोक सभाओं का आयोजन किया गया । शोक सभाओं में उनके साथ बीते डेढ़ साल में गरीबी, बेरोज़गारी और महामारी से गुजर गए हमारे लाखों देशवासियों को भी याद किया गया था। देहरादून के बीस से ज्यादा मज़दूर बस्तियों में, सहसपुर और डोईवाला ब्लॉक में कुछ गांव में, और टिहरी गढ़वाल के गांव में शोक सभाओं आयोजित की गई। सैकड़ों मज़दूर, महिलाएं, बुद्धिजीवी और अन्य लोग शाम 6 बजे को इखट्टा हो कर मोमबत्तियों को जला कर चौहान और गुजरे हुए देश वासियों को श्रद्दांजलि दी।
शोक सभाओं में शामिल होते हुए लोगों ने दुःख और आक्रोश भी व्यक्त किया कि इस कठिन दौर में सरकार न लोगों को स्वास्थ की सुरक्षा, न राशन देने में, न रोज़गार देने में गंभीर दिख रही है, जिसकी वजह से लोगों की समस्याएं बढ़ गई हैं और लोगों की मौतें भी हुई हैं।
ठीक एक वर्ष पहले 13 अगस्त को वरिष्ठ लेखक, बुद्धिजीवी और आंदोलनकारी त्रेपन सिंह चौहान का निधन हो गया था।चौहान जी मज़दूर और शोषित लोगों के एक सच्चे साथी थे। देहरादून के मज़दूरों से ले कर पहाड़ की घसियारियों तक, चौहान जी के विचारों और किए गए कार्यों ने लाखों लोगों की ज़िन्दगियों में बदलाव लाया।