भाजपा प्रदेश कोर कमेटी की ओर से केंद्रिय नेतृत्व को भेजी गइ सूची पर 28 विधायकों के नामों पर मुहर लगने की जानकारी मिली है जबकी शेष सीटों पर एक से अधिक नामों का पैनल भेजे जाने से उन्हें फाइनल नहीं किया जा सका है। माना जा रहा है कि जिन सीटों पर नाम तय नहीं किया गया उनमें अधिकांश सीटों पर मौजूदा विधायकों के टिकट कट सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि जिन सीटों पर नाम लगभग तय हैं, उनके पैनल में एक-एक नाम ही हैं। अन्य सीटों पर दो से चार नाम शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय ने रविवार को दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी उत्तराखंड को दावेदारों की सूची सौंपी। 19 जनवरी को दिल्ली में पार्टी के केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है।दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार पार्टी नेतृत्व ने 28 नामों पर तो अनौपचारिक रूप से मुहर लगा दी है हालांकी इसकी विधिवत घोषणा 19 जनवरी को होने वाली बैठक में की जाएगी। बताया गया की जिन 28 नामों पर सहमती व्यक्त की गइ है उनमें यह नाम शामिल हैं।
1.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (खटीमा)
2.कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज (चौबट्टाखाल)
3.बंशीधर भगत (कालाढूंगी)
4.सुबोध उनियाल (नरेंद्र नगर)
5.डा हरक सिंह रावत (केदारनाथ)
6.स्वामी यतीश्वरानंद (हरिद्वार ग्रामीण)
7.बिशन सिंह चुफाल (डीडीहाट)
8. रेखा आर्य (सोमेश्वर)
9. अरविंद पांडेय (गदरपुर)
10.गणेश जोशी (मसूरी)
11.डा धन सिंह रावत ( श्रीनगर)
12.विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल (ऋषिकेश)
13.प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक (हरिद्वार)
14.विधायक मुन्ना सिंह चौहान (विकासनगर)
15उमेश शर्मा काऊ (रायपुर)
16.विनोद चमोली (धर्मपुर)
17.चंदन रामदास बहुगुणा (बागेश्वर)
18.सौरभ (सितारगंज)
19.राजेश शुक्ला (किच्छा)
20.कुंवर प्रणव सिंह चौपयन (खानपुर)
21.महेश जीना (सल्ट)
22.चंद्रा पंत (पिथौरागढ़)
23.डा प्रेम सिंह (नानकमत्ता)
24.नवीन दुम्का (लालकुंआ )
25.बलवंत सिंह भौर्याल (कपकोट)
26. ऋतु खंडूड़ी (यमकेश्वर)
27.पूर्व विधायक प्रीतम पंवार (धनोल्टी)
28.पूर्व विधायक राजकुमार (पुराला)
इनमें हरक सिंह रावत को छोड़कर बाकी सभी विधायकों को उनकी मौजूदा सीट से ही टिकट दिया जाना तय है। प्रदेश की शेष 42 सीटों पर अभी कुहासा छटा नहीं है। नैनीताल में सरिता आर्य के भाजपा में शामिल होने पर उन्हें टिकट देने की पैरवी की जा रही है। टिहरी, बदरीनाथ,प्रतापनगर,डोइवाला,कर्णप्रयाग और पौड़ी में भी नया चहरा लाने पर मंथन चल रहा है। गढ़ी कैंट को लेकर भी अभी स्थिति साफ नहीं हुइ है। सबसे चौंकाने वाला निर्णय रायपुर सीट से उमेश शर्मा काऊ को टिकट देना है, उमेश शर्मा के खिलाफ कार्यकर्ताओं में रोष देख गया था तब यहां तक कहा गया था कि शर्मा को टिकट मिलने पर बड़ी संख्य में कार्यकर्ता पार्टी छोड़ देंगे अब देखना यह है कि वह क्या करते हैं। यही स्थिति केदारनाथ में हरक सिंह को लेकर भी है वहां भी कार्यकर्ता हरक सिंह को बाहरी बता कर विरोध कर रहें हैं। उल्लेखनीय यह है कि हरक सिंह रावत जिस भी नये विधानसभा क्षेत्र से लड़े हैं उसमें उन्हें जीत ही हासिल हुइ है। हवा में तैर रही 28 विधायकों के नामों पर मुहर लगने के बाद भाजपा के मौजूदा विधायकों में उहा-पोह की स्थिति बनी हुइ है कई विधायक तो अपने राजनैतिक आकाओं की गणेश परिक्रमा कर टिकट पाने की जुगत में दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं।