
देहरादून। करोड़ों के घाटे में चल रहे उत्तराखंड परिवहन निगम को उसके अपने कार्मिक चपत लगा रहे हैं। बसों में बेटिकट यात्रा के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन शनिवार को काशीपुर डिपो की बस में ऐसा मामला सामने आया जिसने निगम की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए। टनकपुर जा रही बस में परिवहन निगम मुख्यालय की टीम ने चार यात्रियों को बिना टिकट पकड़ा। हैरानी की बात यह रही कि बस में टनकपुर मंडल के प्रभारी एजीएम वित्त महेंद्र कुमार भी सवार थे, फिर भी महिला परिचालक बेटिकट यात्रा कराती रही।
पूरा किराया लेकर भी नहीं दिए टिकट
शनिवार सुबह काशीपुर बस अड्डे से रवाना हुई बस (यूके07-पीए-4548) में संविदा पर तैनात महिला परिचालक ड्यूटी पर थी। सुल्तानपुर के पास मुख्यालय की चेकिंग टीम ने बस रोककर जांच की। चार यात्रियों के पास टिकट नहीं मिले। पूछताछ में यात्रियों ने बताया कि उन्होंने पूरा किराया परिचालक को दिया था, लेकिन टिकट का प्रिंट नहीं दिया गया। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें एजीएम महेंद्र कुमार यह कहते दिखाई दिए – “मेरा वीडियो मत बनाओ।”
एजीएम रोजाना करते हैं यात्रा
मुख्यालय को पहले से जानकारी थी कि एजीएम महेंद्र कुमार रोजाना इसी बस में काशीपुर से टनकपुर आते-जाते हैं। शिकायत में यह भी सामने आया कि महिला परिचालक की ड्यूटी भी लगातार इसी बस में लगती रही है। चूंकि बस कुमाऊं मंडल की प्रवर्तन टीम द्वारा नियमित रूप से नहीं चेक की जाती थी, इसलिए मुख्यालय की टीम को स्वयं कार्रवाई करनी पड़ी।
कार्रवाई की तैयारी
परिवहन निगम के महाप्रबंधक (संचालन) पवन मेहरा ने बताया कि चेकिंग टीम ने उन्हें घटना का वीडियो और मौखिक जानकारी भेज दी है। विस्तृत रिपोर्ट सोमवार को प्राप्त होगी। रिपोर्ट के आधार पर महिला परिचालक को ड्यूटी से हटा दिया गया है और बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। साथ ही, एजीएम महेंद्र कुमार को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है, क्योंकि उनकी मौजूदगी में बेटिकट यात्रा कराई जा रही थी।