
जिला प्रेक्षागार में आयोजित “माल्टा महोत्सव” में कृषकों और PMFME के लाभार्थीयों ने अपने अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। ” माल्टा महोत्सव” के मुख्य अतिथि गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने माल्टा प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा किसानों और बागवानों की मेहनत की सराहना करते हुए उनके प्रयासों को आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। विधायक ने कहा कि सरकार निरन्तर किसान और बागवानों की आर्थिकी को मजबूत करने का प्रयास कर रही है। माल्टा महोत्सव में भी विशेषज्ञों की टीम द्वारा किसान और बागवानों को उन्नत खेती और बागवानी को लेकर प्रशिक्षण दे रही है।
जिलाधिकारी प्रशान्त आर्य ने किसानों एवं बागवानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही जानकारियों को गंभीरता से समझ ली जाए और जहां भी कोई शंका हो,उसका समय रहते समाधान अवश्य कर लिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि माल्टा पहाड़ की अपनी पारंपरिक प्रजाति है,जिसे आमतौर पर पर्वतीय क्षेत्रों में वर्षों से पारंपरिक तौर पर उगाया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में माल्टा उत्पादन बिखरे हुए स्वरूप में है, जिससे अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसे देखते हुए माल्टा उत्पादन को व्यवस्थित करने और उचित प्रबंधन अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने सेब और कीवी की तर्ज पर माल्टा के लिए भी क्लस्टर आधारित मॉडल विकसित करने के निर्देश उद्यान विभाग को दिए, ताकि उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ किसानों को बेहतर विपणन सुविधा और उचित मूल्य मिल सके।




