कांग्रेस की अंतरकलह से आजिज एवं हार-दर-हार से सबक न लेने के बावजूद गुटबाजी में फंसी कांग्रेस का भविष्य अंधकार में देखते हुऐ चार दशक से कांग्रेस में रहे जोत सिहं बिष्ट ने कांग्रेस का हाथ छोड़ दिया है। वह कांग्रेस संगठन के कई बड़े पदों पर रहें हैं, ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत सदस्य रहने के साथ ही वह इन संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। पंचायतों के सबसे जानकार राजनेताओं में शुमार जोत सिंह बिष्ट ने अब आम आदमी पार्टी की टोपी पहन ली है।
पिछले चालीस वर्षों से कांग्रेस के वफादार सिपाही के रूप में काम करने वाले वरिष्ठ नेता रहे जोत सिंह ने • आज कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद आम आदमी पार्टी (aap) की टोपी पहन ली है। अब वे जोर-शोर से उत्तराखंड में आप (aap) को मजबूत करने के लिए काम करेंगे।
बताते चलें कि आज जोत सिंह बिष्ट ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद उन्होंने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (aap) का दामन थाम लिया। उन्हें दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने आप (aap) की टोपी पहनाई ||
इस अवसर पर आम आदमी पार्टी (aap) के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने वरिष्ठ नेता जोत सिंह बिष्ट का आम आदमी पार्टी परिवार में हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया है। बाली ने कहा है कि श्री बिष्ट के अनुभव से आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलेगी। बताते चलें कि चंपावत में इसी महीने 31 मई को होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस को यह बड़ा झटका माना जा रहा है। इस बार उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान जोत सिंह बिष्ट ने अपनी ही पार्टी के कुछ नेताओं पर भितरघात करने के आरोप लगाए थे।
कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले जोत सिंह बिष्ट (jot singh bisht) पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के खास माने जाते हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की जानकारी साझा की।
बिष्ट ने लिखा कि मा. सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी, श्री हरीश रावत, श्री यशपाल आर्य जी, श्री करण महरा जी, श्री प्रीतम सिंह चौहान जी एवं उत्तराखंड कांग्रेस के सभी वरिष्ठ / कनिष्ठ सहयोगी साथियों के संज्ञानार्थ! आप सबके स्नेह एवं सहयोग से मैंने अपने राजनीतिक जीवन के 40 वर्षों का सफर तय किया है। आज आप सभी साथियों को अत्यंत दुःखी मन से सूचित कर रहा हूँ कि कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से चल रहे अंतर्कलह, अनुशासन हीनता, निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी व एक तरफा फैसलों के चलते पार्टी का भविष्य अनिश्चितता की ओर जा रहा है।
नेतृत्व की पांत में बैठे लोग लगातार हार के बाद भी सबक लेने के बजाय व्यक्तिगत हितों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसमें मुझे अब दूर दूर तक सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखाई देती है, इसलिए किसी पर किसी प्रकार का व्यक्तिगत आरोप न लगाकर तथा कोई व्यक्तिगत दुर्भावना रखे बिना मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूँ। मेरी कार्यशैली की वजह से मुझे पसंद या नापसंद करने वाले आप सभी साथियों का आभार । प्रकट करता हूँ। फैसला लेते हुए मन बहुत आहत है। बातें तो बहुत हैं लेकिन अब ज्यादा लिखना सम्भव नहीं है। आप सभी का हार्दिक धन्यवाद। बाबा केदार सबकी रक्षा करें।