देहरादून , उत्तराखंड राजधानी प्रदेश कार्यालय प्रकाश बिहार में
बाबा भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर सविधान बचाओ विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का नेतृत्व प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने करते हुए कहा कि आज देश में जिस तरह का माहौल है लगता नहीं कि लोकतंत्र कहीं बचा हो जिस तरह से आम आदमी के बोलने व व्यक्ति की अभिव्यक्ति पर रोक लगाने का काम केंद्र और राज्य की सरकार कर रही है उससे तो हिटलर शाही और तानाशाही की बू आती है आज ईमानदार लोगों को काम नहीं करने दिया जाता है बल्कि उनके ऊपर मनगढ़ंत और षड्यंत्र रच कर लोकतंत्र की हत्या करते हुए उन्हें जेल में डालने का काम करते हैं बाबा भीमराव अंबेडकर ने संविधान में हर वर्ग के व्यक्ति को समान अधिकार दीया जिसमें अपने विचारों को स्वतंत्रता के साथ रखने का प्रारूप तैयार किया आज गलत शक्तियां लोगों की विचारधारा पर रोक लगाने का काम कर रही है जब भारत पर अंग्रेजों का कब्जा था उन्होंने अपनी सुविधा अनुरूप नियम बनाकर यह संदेश दिया कि जो ब्रिटिश के खिलाफ बोलेगा उसके ऊपर राजद्रोह का मुकदमा लगाकर जेल में डाल दिया जाएगा वही परंपरा दुबारा एक बार फिर जागृत कर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम केंद्र में बैठी सरकार कर रही है।
संविधान बचाओ विचार गोष्ठी में मुख्य रूप से वरिष्ठ पत्रकार भागीरथ शर्मा जी ने अपने विचार रखते हुए कहा संविधान में जनमानस की मूलभूत सुविधाओं को फलीभूत करते हुए स्थान दिया उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि आज किसी भी वर्ग को आजादी के साथ लिखने और बोलने की परंपरा जैसे खत्म होती जा रही है कुछ लोग लोकतंत्र में तानाशाह की भूमिका अदा कर देश को महंगाई बेरोजगारी आर्थिक तंगी से जूझने के लिए मजबूर कर रहे हैं ,उन्होंने बताया कि संविधान में बाबा भीमराव अंबेडकर ने दलित पिछड़ों हर वर्ग के व्यक्ति के लिए उसके अधिकारों का हनन ना हो इसमें प्रावधान रखा आज लोकतंत्र को तोड़ा और मरोड़ा जा रहा है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है बाबा भीमराव अंबेडकर जी के संविधान में इतनी शक्ति है उनकी प्रतिमूर्ति के रूप में बाबा भीमराव अंबेडकर उनके विचारों में हमेशा सम्मिलित रहते हैं और उनके बताए हुए मार्ग पर चलने का प्रयास करते हैं। कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष आर, पी रतूड़ी, उमा सिसोदिया ,कमलेश रमन, दर्शन डोभाल ,डीके पाल ,विपिन नेगी, सुधा पटवाल, सीमा कश्यप,मोनिका जयसवाल ,बबीता रानी, संध्या चौटाला, सीपीसी सिंह, प्यारा सिंह, यामिनी, हरकिशन सिंह, राजीव तोमर, इकबाल राव, सुशील सैनी,