उत्तराखंड

टीएमयू में ओणम पर बिखरे केरल की संस्कृति के रंग

मुरादाबाद : तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस की ओर से ओणम फेस्टिवल पर केरल के स्टुडेंट्स ने दिखाया अपना हुनर, कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने सुनाए केरल के संस्मरण, डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने एग्रीकल्चरल कॉलेज की विकास यात्रा सुनाई, स्टुडेंट्स अनर्घ और अजमी के गु्रप ने कोइकोट्टुकली पर नृत्य करके खूब तालिया बटोरीं

तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज़ की ओर से ओणम फेस्टिवल पर केरल के स्टुडेंट्स की प्रस्तुतियों से ऑडिटोरियम केरल की संस्कृति में रंगा नज़र आया। केरल दर्जन भीर कार्यक्रमों में स्टुडेंट्स के समूह ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर वहां की संस्कृति की खुशबू बिखेरी। रैंप वॉक प्रतियोगिता के सोलो रैंप में बीएससी सेकेंड ईयर के अमृत अरोरा अव्वल रहा, जबकि बीएससी एग्रीकल्चर थर्ड ईयर के निशांत शेखर ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। युगल रैंप में बीएससी एग्रीकल्चर थर्ड ईयर के देव कृष्णा और नागेश विजेता रहे। इससे पूर्व कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह, डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह, एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन प्रो. प्रवीन जैन, डॉ. बलराज सिंह आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके ओणम पर्व का शुभारम्भ किया। कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने अति संक्षिप्त संबोधन में केरल के संस्मरण सुनाए। साथ ही उन्होंने गाय को उद्धरण करते हुए कहा, स्टुडेंट्स को टीएमयू में शिक्षा को स्वयं प्राप्त करनी होगी, तो वहीं डीन स्टुडेंट वेलफेयर प्रो. एमपी सिंह ने एग्रीकल्चरल कॉलेज की विकास यात्रा पर प्रकाश डाला। संचालन आस्था कुशवाह ने किया।

ओणम पर्व के दौरान बलून ब्रस्टिंग खेल में बीएससी एग्रीकल्चर थर्ड ईयर के नागेश ने जीत हासिल की। स्टुडेंट्स अनर्घ और अजमी के गु्रप ने कोइकोट्टुकली पर नृत्य करके खूब तालिया बटोरीं। छात्र अभिनंद वी. ने मधुर बांसुरी बजाई तो विष्णु प्रा तेज अश्वनी ने नृत्य करके खूब वाहवाही लूटी। बीएससी फर्स्ट ईयर एग्रीकल्चर के छात्र विश्वजीत एंड ग्रुप ने सामूहिक नृत्य किया। छात्रा अश्वनी शर्मा ने बालीवुड मैशअप पर प्रस्तुति दी। छात्र निशांत शेखन ने सुंदर गीत गाकर सभी का मन मोह लिया। छात्र अल्बर्ट सेब्सटिन ने माउथ ओरगन पर मैं तेरे वास्ते फलक से चांद लाऊंगा… बजाकर खूब तालिया बटोरीं। छात्र एमवी रेड्डी ने मलयालम मैशअप गीतों पर नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के संग हुआ। कार्यक्रम में प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर डॉ. कुसुम फरसवान, डॉ. शाकुली सक्सेना, डॉ. देवेन्द्र पाल सिंह, डॉ. अनिल कुमार चौधरी, डॉ. आशुतोष अवस्थी, डॉ. गणेश, डॉ. बलराज सिंह, डॉ. ब्रजवाल सिंह, डॉ. विश्वनाथ, डॉ. आनन्द, डॉ. सच्चिदानंद सिंह, डॉ. उपासना, डॉ. हिमाद्री राय, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. अनु, डॉ. नेहा शर्मा, डॉ. गजराज आदि की भी गरिमामयी मौजूदगी रही।

उल्लेखनीय है, ओणम मलयाली लोगो के प्रमुख पर्वों में से एक है। इस पर्व को देश-विदेश में रहने वाले लगभग सभी मलयाली लोगो द्वारा बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है, राजा महाबली से भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर तीन पग में तीनों लोको को माप लिया था। राजा महाबलि केरल के ही राजा थे और ओणम का यह पर्व उन्हीं को समर्पित है। ओणम में तीन दिनों के लिए राजा महाबलि पाताललोक से पृथ्वी पर आते हैं और अपनी प्रजा के नई फसल के साथ उमंग तथा खुशियां लाते हैं। टीएमयू के ओणम फेस्टिवल की ख़ास बात यह रही कि ओणम पर केरल का पारम्पारिक भोजन मलयाली सेफ की ओर से दिल्ली से बनकर आया और पारम्पारिक तरीके से केले के पत्ते पर परोसा गया। इस खाने में वीसी समेत शिक्षकों और छात्रों ने केरल के व्यंजनों- सांभर, खीर, अवियल, थोरन, चावल, पापड़ आदि का स्वाद चखा।

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