देहरादून। रंगमंच और लोक प्रदर्शनकारी विभाग और स्कूल ऑफ लैंग्वेज, दून विश्वविद्यालय देहरादून, द्वारा 27 मार्च से 31 मार्च तक विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय भाषायी नाट्य समारोह आरंभ होने जा रहा है
जिसमें 27 मार्च को चक्रव्यू (गढ़वाली, 28 मार्च को अंधों का हाथी , 29 मार्च को बहुत बड़ा सवाल, 30 मार्च को रिफंड, बेटी दुश्मन क्यों तथा 31 मार्च को जर्मन , चाइनीज तथा फ्रेच नाटक भी मंचित होंगे.
इस अवसर पर दून विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि कोरोना महामारी के पश्चात छात्र छात्राओं और इस पूरे परिसर के अध्यापकों को उस अवसाद से बाहर निकालना और एक नई ऊर्जा के साथ कार्य करने के लिए यह महोत्सव संजीवनी का कार्य करेगा. इस नाट्य महोत्सव को देखने कुलपति महोदय ने सब को आमंत्रित किया है.
इस अवसर पर स्कूल आफ लैग्वेजज की संयोजक प्रोफेसर चेतना पोखरिया ने कहा महोत्सव का उद्देश्य छात्र-छात्राओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना जहां वो अपनी प्रतिभा को दिखा सकें
इस अवसर पर अधिष्ठाता प्रो0 आर0 सी0 पुरोहित छात्र कल्याण ने आरकहा कि इस तरह के आयोजन से छात्रों का व्यक्तित्व विकास विकास होता है युवाओं में बढ़ रही बुरे व्यसनों से भी छुटकारा मिलता है.
इस महोत्सव में प्रो चेतना पोखलिया, डॉ राकेश भट्ट, डॉ अजीत पंवार, डॉ गज़ला खान, डॉ अदिति, डॉ सुभ्रा, श्री अभिषेक थपलियाल तथा कई अध्यापक और छात्र छात्राऐं सहयोग कर रही हैं.