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टीएमयू में एनाटॉमी की ह्यूमन बॉडी डिसेक्शन प्रतियोगिता में गांधी धरणी का ग्रुप अव्वल
एफ ह्यूमन बॉडी डिसेक्शन को लेकर हुई प्रतियोगिता में एमबीबीएस और एमएससी मेडिकल के 31 ग्रुपों ने की भागीदारी
खास बातें
पूर्ति पोपली का ग्रुप सेकेंड तो साक्षी शर्मा का ग्रुप रहा थर्ड
प्रत्येक ग्रुप में थे 5-5 स्टुडेंट्स ने किया था प्रतिभाग
शरीर के अंगों की मांसपेशियों को अच्छे ढंग से डिसेक्ट और प्रदर्शित किया गया
प्रो. जैन बोले, हमारी उम्मीद से ज्यादा खरे उतारे विद्यार्थी
ह्यूमन बॉडी डिसेक्शन प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शामिल रहे छह प्रोफेसर्स
तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की ओर से वर्ल्ड एनाटॉमी डे पर पहली बार एक अनोखी प्रतियोगिता हुई, जिसमें मेडिकल के छात्रों ने मानव शरीर के विभिन्न अंगों को डिसेक्ट किया। इस प्रतियोगिता का असल मकसद मानव शरीर के सभी आंतरिक अंगों और नसों की शिनाख्त करना था । इस प्रतियोगिता में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 150 और एमएससी मेडिकल के 08 छात्रों ने भाग लिया। 55 स्टुडेंट्स के 31 ग्रुप बनाए गए थे। प्रतियोगिता में गांधी धरनी के ग्रुप ने एक्सटर्नल करोटिड आर्टरी और उसकी शाखों का डिसेक्शन किया और प्रथम रहा। पूर्ति पोपली का ग्रुप सब ऑक्सिपिटल ट्रायंगल का डिसेक्शन करके दूसरे स्थान पर रहा। साक्षी शर्मा के ग्रुप ने एब्डोमिनल अयोरता और उसकी सभी शाखों को डिसेक्ट किया और तीसरे स्थान पर रहा। इस मौके पर स्टुडेंट्स ने एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया, जिसके जरिए अंग दान के महत्व को बताया। इससे पूर्व मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। प्रो. श्यामोली दत्ता ने स्टुडेंट्स का प्रोत्साहन किया तो प्रो. एसके जैन ने कहा, स्टुडेंट्स ने उम्मीद से भी उम्दा प्रदर्शन किया । ये स्टुडेंट्स बधाई के पात्र है। प्रो. निधि शर्मा ने भी स्टुडेंट्स की हौसलाफजई की। प्रो. राजुल रस्तोगी और प्रो. एनके सिंह ने एनाटॉमी को नींव बताते हुए कहा, मेडिकल की किसी भी ब्रांच में काम करने के लिए एनाटॉमी सबसे अहम है। निर्णायक मंडल में मेडिकल कॉलेज की निवर्तमान प्रिंसिपल प्रो. श्यामाेली दत्ता, वाइस प्रिंसिपल प्रो. एसके जैन, प्रो. निधि शर्मा, ऑर्थोपेडिक्स विभाग के एचओडी प्रो. अमित सराफ, सर्जरी विभाग के एचओडी प्रो. एनके सिंह, रेडियोलॉजी विभाग के एचओडी प्रो. राजुल रस्तोगी आदि शामिल रहे। अंत में एनाटॉमी के स्टुडेंट्स को सभी शिक्षकों को मेमेंटो दिए।