उत्तराखंड के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने 258 पैथोलॉजी जांचों को फ्री करते हुए मरीजों को बड़ी राहत दी है। अब राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए 258 पैथोलॉजी जांचों की फ्री सुविधा मिलेगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने खुशियों की सवारी के वाहन बढ़ाने के साथ इस सेवा को और बेहतर करने के निर्देश दिए है। आइए जानते है किसे और कैसे मिलेगी ये सुविधाएं।A
बिल कटाने के झंझट से मुक्ति
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य महानिदेशालय में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को पैथोलॉजी जांच निशुल्क करने के निर्देश दिए है। अब राज्य के सरकारी अस्पतालों में 258 तरह की पैथोलॉजी जांचें निशुल्क होंगी। इससे राज्य के मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और उन्हें जांच कराने से पहले बिल कटाने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी।
मेडिकल कॉलेजों में जांच फ्री
बताया जा रहा है कि पैथोलॉजी जांचें फ्री करने का निर्णय अभी स्वास्थ्य विभाग के जिला, उपजिला, बेस, संयुक्त और प्राथमिक अस्पतालों पर लागू होगा। बैठक के दौरान मेडिकल कॉलेजों में भी जांच फ्री करने पर चर्चा हुई। लेकिन इस मामले में पहले रिपोर्ट देने को कहा गया है। विभाग की रिपोर्ट के बाद ही मेडिकल कॉलेजों में जांच फ्री करने का निर्णय होगा।
अब 258 करने का निर्णय
बता दें कि अस्पताल में जांच के लिए शुल्क लिए जाने से मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सभी जांचें निशुल्क की जाएंगी। गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में अभी 207 तरह की पैथोलॉजी जांचें हो रही थी जिन्हें बढ़ाकर अब 258 करने का निर्णय लिया गया है।Advertisement
खुशियों की सवारी का दायरा बढ़ेगा
स्वास्थ्य मंत्री ने बैठक के दौरान खुशियों की सवारी के वाहन बढ़ाने के साथ इस सेवा को और बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खुशियों की सवारी से अभी तक 90 हजार से अधिक गर्भवतियों को फायदा मिला है। इस सेवा को अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए है।
शव वाहनों के लिए बड़ा फैसला
वहीं शव वाहनों के लिए भी स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में पुराने हो चुके एंबुलेंस वाहनों को शव वाहन के रूप में परिवर्तित कर इस्तेमाल में लाया जाए। साथ ही उन्होंने 108 सेवा के रिस्पॉन्स टाइम को कम से कम करने के भी निर्देश दिए है।