ऋषिकेश। बृहस्पतिवार को उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने एम्स,ऋषिकेश का दौरा किया। राज्यपाल ने इस दौरान संस्थान के मेडिकल एजुकेशन विभाग में स्थापित वर्ल्ड क्लास सिम्युलेशन लैब का निरीक्षण भी किया। उन्होंने संस्थान के विशेषज्ञों से लैब की कार्यप्रणाली और इससे मेडिकल क्षेत्र में मिलने वाली मदद की विस्तृत जानकारी हासिल की। बृहस्पतिवार को एम्स ऋषिकेश पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने एम्स की विश्वस्तरीय सिम्युलेशन लैब का निरीक्षण किया। इस दौरान एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने उन्हें बताया कि संस्थान में स्थापित सिम्युलेशन लैब देश की सर्वश्रेष्ठ लैब में से एक है, जो कि पूरे देशभर में एक मॉडल के रूप में जानी जाती है। उन्होंने राज्यपाल को बताया कि इस लैब को देखने व मेडिकल सिम्युलेशन ट्रेनिंग के लिए देशभर के विभिन्न मेडिकल संस्थानों में अध्ययनरत विद्यार्थी आते हैं,जिन्हें प्रशिक्षण के साथ ही इससे जुड़ी विशेषताओं की जानकारी दी जाती है। निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने उन्हें बताया कि एम्स ऋषिकेश देश में सिम्युलेशन नर्सिंग ट्रेनिंग को भी डेवलप कर रहा है,जिसके तहत नर्सिंग स्टाफ को लैब में ट्रेनिंग दी जाती है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने लैब में स्थापित सिम्युलेशन अल्ट्रासाउंड का अवलोकन किया, उन्हें बताया गया कि इस अल्ट्रासाउंड के जरिए शरीर के किसी भी हिस्से का अल्ट्रासाउंड किया जा सकता है, साथ ही कंम्यूटर के जरिए किसी भी तरह की बीमारी को तैयार कर अल्ट्रासाउंड के जरिए उस बीमारी का पता लगाने का प्रशिक्षण दिया जाता है। बताया गया कि इस लैब के जरिए विद्यार्थियों को मरीज पर किसी बीमारी के उपचार से पहले सिम्युलेशन लैब के जरिए उसके उपचार संबंधी संपूर्ण प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया जाता है।
बताया गया कि लैब में गर्भवती महिलाओं के प्रसव से संबंधित सिम्युलेशन ट्रेनिंग, सेव डिलीवरी कराने की प्रैक्टिस ट्रेनिंग, विभिन्न तरह के ऑपरेशन व प्रोस्यूजर्स मसलन किसी भी मरीज के शरीर में खाने की नली, पेशाब की नली, वेंटीलेटर मशीन लगाने के लिए डाली जाने वाली नली आदि डालने का दक्षता से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसके अलावा मेडिकल छात्र-छात्राओं को ट्रॉमा की विभिन्न स्थितियों का प्रशिक्षण आदि की ट्रेनिंग के लिए यह लैब सबसे बेहतर माध्यम है।
एम्स की वर्ल्ड क्लास सिम्युलेशन लैब के निरीक्षण के बाद राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने संस्थान में स्थापित वर्ल्ड क्लास लैब की तारीफ की और उम्मीद जताई कि इस लैब के माध्यम से मेडिकल के क्षेत्रों को अपने कार्य में दक्षता हासिल करने में मदद मिलेगी,जिसका लाभ एम्स ऋषिकेश ही नहीं देश के अन्य मेडिकल संस्थानों में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को मिलेगा व वह दक्ष चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ के सहयोग से जल्दी स्वस्थ हो सकेंगे। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता जी, डीएचए प्रो. यूबी मिश्रा जी,डा. मधुर उनियाल जी,डा. अजय कुमार आदि मौजूद थे।