उत्तरकाशी। हिमालय पर्यावरण जड़ी बुटी एग्रो संस्थान जाडी के द्वारा दुधली के जंगल मे मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के जन्मदिन पर 46 जलकुंड बना कर “कल के लिये जल अभियान” का शुभारम्भ किया गया। अभियान का शुभारम्भ 2 जलकुंड देहरादून के दुधली के जंगल मे व 45 जल कुंड उत्तरकाशी के चामकोट मे निर्माण कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डा. मोहन सिंह रावत गावँवासी ने कहा कि आज विश्व मे स्वच्छ जल पीने की पानी का संकट हो रहा है। धरती का जल स्तर कम हो रहा है। बारिश का पानी धरती के अन्दर नही जा रहा है। एसे समय में द्वारिका प्रसाद सेमवाल एवं उनकी टीम द्वारा कल के लिये जल व जल सरक्षण का जो अभियान आज मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर किया है यह सराहनीय पहल है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये विधायक डोईवाला श्री बृजभूषण गैरोला ने कहा कि एसे अभियान जो कि जन सहभागिता से चलाया जा रहा है यह अत्यंत लोकप्रिय होगा। कच्चे तालाबो के निर्माण से जल सरक्षण की दिशा मे एक सराहनीय पहल है यह जनादोलन निशिचत रूप से चिपको के समान होगा। कार्यक्रम मे कर्नल अजय कोठियाल ने कहा कि कच्चे तालाबो के निर्माण मे स्थानीय संसाधनो का ही उपयोग किया गया है। जो कि कम खर्च पर पुरे राज्य मे बनाया जा सकता है। और लोग भवनात्मक रूप से जुडेगे।
अभियान के प्रणेता द्वारिका प्रसाद सेमवाल ने सभी अथितियो का स्वागत करते हुये कहा की पानी की लड़ाई सभी को खुद से व खुद के संसाधनो से लड्नी होगी। उन्होने कहा कि हमने आज मुख्यमंत्री जी को जन्मदिन दो *जल कुंड* बना कर जन्मदिन का गिप्ट भेट किया है साथ ही एक विचार कल के लिये जल अभियान के रूप मे भेंट किया है जो आने वाले समय को दुनिया को जल सरक्षण की दिशा का रास्ता बतायेगा। हम लोग सभी से निवेदन करते है कि वे अपने जन्मदिन, प्रियजनो की याद मे कच्चे तालाब, जलकुंड का निर्माण कर धरती व प्यास बुझाने मे सहयोग करे। यही इस अभियान का उदेश्य है। कार्यक्रम का संचालन डा अरविन्द डा. अरविन्द दरमोडा ने किया। इस अवसर पर सुभाष थालेडी, डा. मोहन पंवार, डा. अरविन्द दरमोडा, विकास पंत, रघुवीर सिंह, रेंजर घनानंद उनियाल, प्रधान शयाम सिंह धामी, कर्नल अजय कोठियाल, रनजीत नेगी, वन दारोगा गरमीत सिंह, छत्र शाल विश्ट, करण बोहरा, जगदंबा रातुडी, राजेंद्र क्षेत्री, राजकुमार, विक्रम नेगी, जरनेल सिंह, ललिता पंत, रामकली, समीर रातुडी आदि ने श्रमदान कर जल कुंड का निर्माण किया।
“कल के लिये जल अभियान” का उदेश्य-
आम और खास लोगो को जन्मदिन, सालगिराह, प्रियजनो की याद मे जल कुंड (कच्चे तालाब) बनाने को प्रेरित करना ।
ये आयोजन अब आम और खास लोगो के जीवन मे सामान्य गतिविधि हो गई है चाहे छोटा बजट हो य बड़ा सभी इनको मनाते है। पुराने समय मे राज रजवाड़ों, सेठ, साहुकार समय समय पर पानी के तालाब, पोखर, कुएँ , बावड़ी व चश्मे बनाते थे। जो की हामारी परंपराओ से जुड़े थे। कल के लिये जल अभियान के माध्यम से हम उन परंपराओ को पुनर्जीवित करने की कोशिस कर रहे है।
आप भी इस अभियान से जुडिए।