ऋषिकेश। एम्स में सीएफएम विभाग की ओर से राष्ट्रीय पोषण सप्ताह 2022 का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न स्थानों पर जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए और लोगों को नेशनल न्यूट्रिशन वीक का महत्व बताया गया।
इस दौरान संस्थान के कम्युनिटी एवं फेमिली मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने बताया कि इस वीक को मनाने का उद्देश्य छोटे बच्चों को उन्हें बाल्यकाल से जीवन में अच्छी आदत बनाने के समय में स्वस्थ भोजन और जीवनशैली को अपनाने को लेकर प्रेरित करना है। वीक के अंतर्गत एम्स परिसर, विभिन्न स्कूलों और रिहायशी इलाकों में फलदार पौधों का रोपण किया गया और लोगों को इससे होने वाले फायदों के प्रति जागरूक किया गया। राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के तहत थानो और रायवाला के स्कूलों में आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम में बच्चों की “सबसे स्वस्थ लंच बॉक्स” प्रतियोगिता, सांप और सीढ़ी खेल के अलावा फलदार पौधों का रोपण किया गया व उन्हें फलों का वितरण किया गया साथ ही बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके अलावा आंगनबाड़ी व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही माताओं को पोषण तत्वों की जानकारी दी गई और फल बांटे गए। उधर, एम्स परिसर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डाॅ. मीनू सिंह, डीन अकादमिक प्रोफेसर जया चतुर्वेदी, सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना व अपर आचार्य डॉ. रंजीता कुमारी ने चकोतरा, पपीता, अमरूद आदि फलदार पौधे रोपे।सीएफएम विभाग में एमबीबीएस के विद्यार्थियों की बजट में स्वस्थ भोजन कैसे करें प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें अव्वल छात्र छात्राओं को नकद पुरस्कार वितरित किया गया।
सप्ताह के समापन अवसर पर नेशनल न्यूट्रिशन क्विज व “डबल बर्डन ऑफ मालन्यूट्रीशन” विषय पर एक ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसमें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन, यूनिसेफ व एम्स ऋषिकेश के विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिया।
इस अवसर पर सीएफएम विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना, आयोजन सचिव अपर आचार्य डॉ. रंजीता कुमारी, विभाग के सीनियर रेजिडेंट्स डॉ. पल्लवी, डॉ. रोहित, डॉ. आशुतोष, डॉ. अभिषेक, जूनियर रेजिडेंट्स डॉ. प्रकाश, डॉ. तेजा, डॉ. निसर्ग, डॉ. अथुल्या,
एमपीएच छात्रा दर्शना कंसारा आदि ने सहयोग प्रदान किया।