
स्वच्छ भारत मिशन के तहत चल रहे “स्वच्छता ही सेवा” कार्यक्रम की कड़ी में आज हरिद्वार में स्वच्छोत्सव 2025 का भव्य आगाज़ हुआ। कनखल क्षेत्र से शुरू हुए इस सफाई अभियान का नेतृत्व ज़िला आपदा प्रबंधन अधिकारी श्रीमती मीरा रावत ने नोडल अधिकारी के रूप में किया। कार्यक्रम में प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।
आईटीसी की सक्रिय भूमिका
आईटीसी मिशन सुनहरा कल और सहयोगी संस्था श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम ने इस अभियान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आईटीसी पहले से ही हरिद्वार जिले के 220 मंदिरों, नगर पालिका शिवालिक नगर (वार्ड 5–13) तथा विकासखंड बहादराबाद के विभिन्न गाँवों में नियमित स्वच्छता, विद्यालय उन्नयन और जनजागरूकता कार्यक्रम चला रही है।
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियाँ
✔ कनखल झंडा चौक से सफाई अभियान की शुरुआत
✔ दुकानदारों से संवाद कर स्वच्छता संकल्प दिलाया गया
✔ झाड़ू लगाकर व्यापक सफाई अभियान चलाया गया
✔ झंडा चौक से होली चौक तक स्वच्छता रैली निकाली गई
✔ नागरिकों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई
✔ स्वच्छता नारे और जागरूकता संदेशों का प्रचार किया गया
प्रशासनिक संदेश
झंडा चौक पर आयोजित कार्यक्रम में श्रीमती मीरा रावत ने नागरिकों को शपथ दिलाते हुए कहा:
“स्वच्छता केवल सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि जीवन की आवश्यकता है। हर नागरिक को अपने घर, गली और कार्यस्थल की जिम्मेदारी स्वयं निभानी होगी। मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों को साफ रखना हम सबका कर्तव्य है। हरिद्वार को स्वच्छता का आदर्श बनाना हमारी साझा जिम्मेदारी है।”
कनखल व्यापार मंडल के सदस्य मनीष जी ने कहा:
“सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। ऐसे कार्यक्रम समाज में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति चेतना बढ़ाते हैं। मंदिरों में चल रहे स्वच्छता कार्यक्रम और दीवार पेंटिंग जैसे प्रयास प्रेरणादायक हैं।”
प्रतिभागियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नगर निगम, आईटीसी मिशन सुनहरा कल, श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम, स्थानीय दुकानदारों सहित लगभग 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
आईटीसी टीम में डॉ. पंत, आदित्य, सौरभ, लुबना, दीपक, विमला, जूली, बबली, स्नेहा, दीपिका, शिखा और ग्रीन टेंपल सुपरवाइज़र आशू कुमार मौजूद रहे।
स्वच्छता के प्रेरक नारे
“स्वच्छता है सेवा महान, रखें देश का ऊँचा सम्मान।”
“मंदिर हो या चौक–चौराहा, स्वच्छ रहे तो सुंदर नज़ारा।”
“कचरा फैलाना बंद करो, डस्टबिन का उपयोग करो।”
“स्वच्छता और जल संरक्षण, जीवन का है सही समाधान।”
समापन
स्वच्छोत्सव 2025 ने हरिद्वार में स्वच्छता अभियान को नई गति दी है। प्रशासन, सामाजिक संस्थाओं और आम नागरिकों की सहभागिता ने यह स्पष्ट कर दिया कि स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण-सम्मत हरिद्वार बनाने का संकल्प अब और मजबूत होकर आगे बढ़ रहा है।