देहरादून। बेशक सड़क दुर्घटना में घायल हुए छिद्दरवाला निवासी जीतेंद्र पुत्र सूरत राम कुड़ियाल को मौत सेनहीं बचाया जा सका।बावजूद इसके दुख की इस घड़ी में हंस फाउंडेशन की ओर से उसके इलाज पर आए कुल खर्च में से एक लाख रुपये का भुगतान सीएमआई अस्पताल को भेजकर जिस तरह मानवता का परिचय दिया गया,वह दुर्लभ है।
छिद्दरवाला में सड़कहादसे में घायल जीतेंद्र पुत्र सूरत राम कुड़ियाल कोइलाज दिलाने के लिए परिजन अस्पताल दर अस्पताल भटकते रहे, लेकिन तमाम दावों केबावजूद ईसीयू बेड की उपलब्धता नहीं होने से उसे समय से उपचार नहीं मिल पाया। हालांकि बाद में सीएमआई अस्पताल में उसे भर्ती किया गया और प्रख्यात न्यूरो सर्जन डाक्टर महेश कुड़ियाल ने उसका तत्काल आपरेशन भी किया। बावजूद इसके समय से इलाज नहीं मिल पाने से उसे बचाया नहीं जा सका। इलाज में काफी पैसा खर्च हुआ। लेकिन डाक्टर महेश कुड़ियाल ने उपचार पर खर्च पैसे की डिमांड नहीं कर साबित किया कि क्यों लोग डाक्टर कुड़ियाल को भगवान का दर्जा देते हैं।
अब इसी कड़ी में हंस फाउंउेशन ने जीतेंद्र के इलाज पर खर्च कुल राशि में से अस्पताल को एक लाख का भुगतान किया है। हंस फाउंडेशन पहले भी हजारों ऐसे लोगों की मदद कर चुका है, जिनकी गांठ में इलाज के लिए पैसे नहीं होते।यही वजह है कि फाउंडेशन पर लोगों का विश्वास सरकार से भी कहीं ज्यादा है। जीतेंद्र की पत्नी ल्क्ष्मी देवी ने डाक्टर कुड़ियाल और हंस फाउंउेशन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है। कहा कि डाक्टर कुड़ियाल ने पति जीतेंद्र को पहले पैसे लिए बगैर जिस तरह बचाने की कोशिश की है,उसके लिए वह उनकी आभारी है, हालां कि किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। वह हंस फाउंउेशन के संस्थापक भोले महाराज जी और माता मंगला जी का भी आभार जताती हैं ,जिन्होंने जीतेंद्र के इलाज पर हु एखर्च में से एक लाख रुपये अस्पताल को भेजे। कहा कि वह ऐसा नहीं करते तो हमें हमेशा यह दुख सालता रहता कि हम अस्पताल का कुछ भी भुगतान नहीं करसके।लक्ष्मी ने कहा कि हमारे इस दुख में जिन भी लोगों ने तन, मनऔर धन से सहयोग किया है,उसकेलिएउनका पूरा परिवार ऋणी रहेगा।