
उतराखंड शासन के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग द्वारा प्राकृतिक आपदा के समय बचाव एवं राहत कार्यों की तैयारियों को परखने के लिए शनिवार को चकराता क्षेत्र में ‘माॅक एक्सरसाइज’ की गई। शनिवार को श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता-पुरोड़ी को इस माॅक एक्सरसाइज के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया।स्टेजिंग एरिया चिल्ड्रेनपार्क चकराता के साथ ही लागा पोखरी और कैंट इंटर कॉलेज भी कंट्रोलरूम से जुड़े रहे।इसके अंतर्गत उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा स्थापित जी.आई.एस. एवं आई.आर.एस.सॉफ्टवेयर की कार्यात्मक क्षमता का परीक्षण किया गया। आपदा के समय सरकारी मशीनरी के आपसी तालमेल और प्रभावित क्षेत्र में त्वरित राहत और बचाव के लिए यह कवायद की गई। सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से राहत और बचाव कार्यों के लिए संबंधित विभागों के आपसी समन्वय और सूचना के त्वरित आदान-प्रदान की व्यवस्थाओं को परखा गया। प्रभावित क्षेत्र कैंट इंटर कालेज और लागा पोखरी के लोगों ने वर्चुअल माध्यम से बात की और अधिकारियों से आवश्यक जानकारी ली।इस मौके पर सचिव आपदा प्रबंधन डा.रंजीत कुमार सिन्हा ऑनलाइन जुड़े रहे। इस कार्यक्रम में अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव, आई.आर.एस.टी. के विशेषज्ञ बी.बी.पटनायक, व्यवसाय निदेशक शुभजीत पाल,प्राचार्य प्रो.के. एल.तलवाड़,महाविद्यालय आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के संयोजक डा.संजीव कुमार शर्मा, डा.जितेंद्र दिवाकर,तहसीलदार शीशपाल असवाल, केशव दत्त जोशी,तिलक राम जोशी,डा.गिरीश जोशी,
रोशन लाल, विनोद जोशी व अर्जुन सिंह आदि मौजूद रहे।