
उत्तरकाशी। भगवान आदिदेव काशी विश्वनाथ, माँ आदिशक्ति दुर्गा भवानी और पतित पावनी माँ गंगा की अनुकम्पा तथा जनसमर्थन से श्री आदर्श रामलीला समिति (रजि०), उत्तरकाशी द्वारा आयोजित ऐतिहासिक रामलीला का 74वाँ मंचन सौम्यकाशी (बाड़ाहाट) उत्तरकाशी के रामलीला मैदान में प्रारंभ हो गया। इस वर्ष रामलीला का मंचन पाँचवीं बार गढ़वाली बोली–भाषा में किया जा रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ 17 सितंबर 2025 को शारदीय नवरात्रि के पावन अवसर पर विद्वान आचार्य श्रीमान रामसेवक चमोली जी के कर कमलों से अखंड दीप प्रज्वलन, पूजन और वंदना के साथ हुआ। प्रतिदिन शाम 7:30 बजे मंचन जारी रहेगा और 2 अक्टूबर तक चलेगा। 3 अक्टूबर को श्रीराम जी की झांकी और पुरस्कार वितरण के साथ समापन होगा।
पहले दिन का मंचन
राम, सीता और लक्ष्मण के वनगमन प्रसंग, केवट प्रसंग, सुमंत वापसी और दशरथ मरण जैसे भावविभोर दृश्य मंचित किए गए, जिनसे दर्शक अश्रुपूरित हो उठे।
- दशरथ – विजय चौहान
- कौशल्या – दुर्गा रांगड़
- सुमित्रा – सविता विश्वकर्मा
- कैकई – लोकगायिका रेनू डोभाल
- गुरु वशिष्ठ – सावन पंवार
- राम – आयुष पंवार
- सीता – निकिता
- लक्ष्मण – अजय मखलोगा
- केवट – जयेन्द्र सिंह पंवार
- सुमंत – संतोष नौटियाल
कलाकारों ने जीवंत अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया।
मुख्य अतिथि और सम्मान
आज के मंचन में भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष सहित कई पदाधिकारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
समिति के पूर्व उपाध्यक्ष विजय बहादुर सिंह रावत को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए उत्तरकाशी गौरव सम्मान 2025 से अलंकृत किया गया।
विशेष आकर्षण
इस वर्ष पहली बार 3 अक्टूबर को दोपहर 1:00 से 4:00 बजे तक “वीर अभिमन्यु गढ़वाली चक्रव्यूह” नाटक का मंचन किया जाएगा। इसका निर्देशन आचार्य कृष्णानंद नौटियाल करेंगे। गुप्तकाशी की केदार घाटी मंडाण ग्रुप की महिला कलाकार इस प्रस्तुति को जीवंत करेंगी।
समिति पदाधिकारी व सहयोगी
इस ऐतिहासिक आयोजन में समिति के संरक्षक ब्रह्मानंद नौटियाल (राष्ट्रपति पुरस्कृत), प्रभावती गौड़, रमेश चौहान, मुख्य उद्घोषक जयेन्द्र सिंह पंवार, अध्यक्ष गजेंद्र सिंह मटूड़ा, महासचिव विजय प्रकाश भट्ट, कोषाध्यक्ष अरविंद सिंह राणा, प्रबंधक भूपेश कुड़ियाल, निर्देशक महेंद्र सिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी, कलाकार और सहयोगी उपस्थित रहे।