
श्रीनगर। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में चल रहे छः दिवसीय गंगा गाइड प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन प्रशिक्षुऔ को प्रमाण पत्र प्रदान करने के पश्चात सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पद्म श्री बसन्ती विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विश्वविद्यालय की प्रो. इंदु खंडूड़ी तथा अध्यक्षता कुल सचिव ने की विशिष्ट अतिथि प्रो. इंदु खंडूड़ी ने कहा गंगा जल धारा नही अपितु हमारी संस्कृति हमारी धरोहर है,सप्त सिंधु में पहले गंगा का नाम आता है। गंगा की आज की जो स्थिति है उसके लिए मानव हस्तक्षेप जिम्मेदार है, इसलिए इसको निर्मल बनाए रखने की भी जिम्मेदारी भी हमारी है। मुख्य अतिथि पद्म श्री बसन्ती बिष्ट जी ने कहा कि मुझे बचपन से ही नदी नालों को साफ़ रखने की प्रेरणा मेरी मां व मेरे गांव से मिली मेरी मां हमारे जल श्रोतों को साफ़ करते हुए कहती थी कि जब ये साफ़ रहेंगे तब ही हम और हमारे पशु स्वस्थ रहेंगे, हमारे गांव में नन्दाकनी को साफ़ रखने के लिए धे लगाई जाति थी।