चकराता। हिमालय दिवस के मौके पर गुरुवार को श्री गुलाब सिंह राजकीय महाविद्यालय चकराता की राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में आयोजित वर्चुअल गोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता डा.सविता मोहन ने पर्यावरण संरक्षण के साथ ही पहाड़ से पलायन और प्राकृतिक आपदाओं पर बेबाकी से अपने विचार रखे।
उन्होंने कहा कि हिमालय हम सबका है,हमारी उत्पत्ति, संस्कृति और जलवायु का आधार भी यही है।पलायन पर पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि हम देवता को तो पूजते हैं पर गांव को नहीं पूजते जो आज खाली होते जा रहे हैं।अनियोजित विकास की कीमत आपदाओं से चुकाई जा रही है।पचास प्रतिशत आपदाएं मानव निर्मित हैं।ऑलवेदर सड़कें इस वर्ष सबसे ज्यादा अवरुद्ध रहीं।शिक्षकों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि एक सच्चा शिक्षक हिमालय की तरह स्थाई है और वह सत्य पर टिका है। इस मौके पर उन्होंने शिक्षक कवि डा.सिद्देश्वर सिंह की हिमालय पर लिखी कविता भी पढ़ी।वर्चुअल गोष्ठी का संचालन एन.एस.एस.कार्यक्रम अधिकारी डा.कुलदीप चौधरी ने किया। प्राचार्य डा.के.एल.तलवाड़ ने हिमालय दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए मुख्य वक्ता एवं समस्त प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।