
देहरादून। मात्रिभाषा उत्सव 2022 के अंतर्गत राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद एससीईआरटी के तत्वावधान में किसान भवन देहरादून में राज्य भर से आए 13 जनपदों के 400 से अधिक छात्र-छात्राओं व मार्गदर्शक अध्यापिका अध्यापकों ने प्रतिभाग किया नई शिक्षा नीति 2022 के अंतर्गत मातृभाषा में अधिगम एवं क्षेत्रीय भाषाओं को मात्रिभाषा के साथ एकीकृत करने व एक दूसरी भाषा के प्रति सम्मान करने की दृष्टि से बच्चों में रुचि उत्पन्न करना नई शिक्षा नीति में प्रावधान किया गया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय स्तर ब्लॉक स्तर पर जनपद स्तर के पश्चात चयनित प्रस्तुतियों का मंचन राज्य स्तर पर 2 व 3 नवंबर 2022 को किसान भवन रिंग रोड देहरादून में संपादित हुआ यूनेस्को द्वारा ईश्वर की भाषाओं की सर्वेक्षण के बाद उत्तराखंड में 19 बोली भाषाओं को संकट ग्रस्त पाया गया जिनमें जौनपुरी जुहारी बंगाली माछा मारी पार्वती रंग ब्लू राजी और वी जौनसारी कुमाऊनी गढ़वाली आदि प्रमुख हैं इन भाषाओं में बच्चों के द्वारा लोक गीत लोक कथा नाट्य विधा नाटक पर मनमोहक प्रस्तुतियां अपनी बोली और भाषा में दी गई कार्यक्रम में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज छात्र राजकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय स्थान प्रस्तुतियां दी मार्गदर्शक अध्यापक व टीम प्रभारी के रूप में विनोद सेमवाल प्रधानाचार्य राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवघर श्रीमती पुष्पा कोई श्रीमती प्रीति पुरोहित श्री मदन मोहन सेमवाल जौनपुर ब्लॉक मंत्री, श्रीमती सीमा शर्मा डाइटन्यूटिहरी से उपस्थित रहे उपस्थित जनसमुदाय जौनपुर की प्रस्तुति पर खूब कर्तव्य कार्यक्रम की अत्यधिक प्रशंसा की इसी के साथ यह कार्यक्रम समाप्त हो गया कार्यक्रम में सचिव शिक्षा रविनाथ रमन महानिदेशक,वंशीधर तिवारी, सीमाजौंसारी, निदेशक,,एससीईआरटी, पद्मश्री माधुरी, बर्तवाल बसंतीबिष्ट, आदि सम्मिलित थे।