देहरादून। आने वाले विधानसभा में हम लाएंगे साठ से अधिक सीटें, जबकि कांग्रेस आठ पर हीसिमटजाएगी। यह कहना है भाजपा सरकार के सबसे कद्दावर मंत्रियों में शुमार सुबोधउनियाल का। उनका कहना है कि कांग्रेस के जहाज में इतने छेद हो गए हैं कि अब मरम्मत की गुंजाइश भही नहीं रह गई हे। जहाज में केवल वही लोग रह गए हैं, जिनके ऊपर जहाज को चलाने की जिम्मेदारी है, लेकिन वह भी एक-दूसरे पर तलवारें भांजे हुए है। ऐसे में इस जहाज का डूबना तय है। आनेवाले चुनाव में भाजपा को जनता का आशीर्वाद फिर मिलेगा। सुबोध उनियाल ने कृषि एवंबागवानी के साथ ही प्रदेश के वभिन्न विभागों में हो रहे विकास कार्यों को भीऐतिहासिक बताया।
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कांग्रेस अब मरणासन्न स्थिति में पहुंच गई है। ऐसा देशऔर प्रदेश दोनों स्तर परदेखा जा सकता है। कांग्रेस के पास गंभीर नेतृत्व नहीं है। प्रदेश में स्थिति यह है कि कांग्रेस के जितने नेता शेष बचे हैं,उन सबके अपने-अपने ध्रुव हैं। कोई वैचारिक एकता भी नजर नहीं आती। वहीं भाजपा नेत़वदेश और प्रदेश को विकास की नई मंजिल की ओर पंहुचा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्य के विकास पर विशेष फोकस है। यही वजह है कि किसी भी विभाग में बजट की कोईकमी नहीं है।
युवाओं को रोजगार देने पर हमारी सरकारका फोकस है। अभी सूबे में ckइस हजार से अधिक पदों पर सीधी भर्ती की जा रही है। भ्रष्टाचार के मामले में सरकार का जबरदस्त अंकुश है। तेजी से काम हो रहा है। एक सवाल के जवाब में उनका कहना रहा कि मुख्यमंत्री कौन है,यहयाने नहीं रखता। बल्कि सरकार कैसा काम कर रही है, इसका खाासा महत्व है। उनका कहना है कि जिस तरह चुनावपरिणामों को लेक रसर्वे रिपोर्ट आ रही है, उससे साफ है कि जनता का विश्वास भाजपा पर ही है। उनका दावा है कि भाजपा इस बारसाठ से अधिक सीटें लाएगी, जबकि कांग्रेस आठ भी ला दे तो गनीमत है।
पार्टी में निर्दलीय विधायकों सहित कुछ अन्य नेताओं के शामिल होने पर उनका कहना था कि किसी भी व्यक्ति को जहां संभावनाएं दिखती है,वहीं जाता है। अभी भाजपा में ही जनता का विश्वास देखते हुए ही लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं। उनका कहना है कि अभी सरकार के सात-आठ महीने का कार्यकाल शेष है। ऐसे में हम अपने चुनाव घोषणाओं में किए गए सभी कार्यों को पूरा कर लेंगे। उन्होंने विभिन्न विभागों की ओर से किए जा रहे कार्यों के आंकड़े fxनाते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने इतने काम किए हैं कि जितने अब तक कभी नहीं हुए।