उत्तरकाशी। आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत “महिलाए एवम आत्मनिर्भर भारत”विषय पर आयोजित सेमिनार का शुभारंभ पीजी कॉलेज के ऑडोटोरियम में विधायक गंगोत्री श्री सुरेश चौहान द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।विभिन्न विश्व विद्यालयों से आए हुए विद्वान प्राचार्य एवं आचार्यगणों के द्वारा विषय पर विस्तार से प्रकाश डाला गया,तथा देश और दुनिया की आधी आबादी के हिस्से अबतक पहुंचे विकास पर समालोचना हुई। महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सविता गैरोला ने कहा ऐसे कार्यक्रमों से ही महिलाओं की वास्तविक स्थिति सामने आ सकेगी।आज महिलाए समाज जीवन के हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कन्धा मिलाकर आगे बढ़ रही है,लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी बहुत अधिक काम किए जाने की आवश्यकता है।
दून यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर श्री पुरोहित जी ने कहा महाविद्यालय के इस सुंदर परिसर में ऐसे कार्यक्रम में मुझे आमंत्रित करने पर में अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।अमृत महोत्सव के इस काल में आदिवासी समाज से देश की राष्ट्रपति चुना जाना ऐतिहासिक है,श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार इसके लिए साधुवाद की पात्र है।आदि गुरु शंकराचार्य और पंडित मणी मंडित मिश्र के बीच हुए ऐतिहासिक शास्त्रार्थ में जज का काम शंकराचार्य जी ने पंडित मणी मंडित मिश्र जी की ही पत्नी जो विदुषी महिला थी को चुना था।देश के अंदर एक नया इको सिस्टम शुरू हो रहा है,स्टार्ट अप के माध्यम से कई यूनिकॉन उठ खड़े हुए हैं इन सब में आज महिलाए बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।अगले तीस साल भारत के समृद्धि के है।माननीय विधायक जी ने कहा आजादी के अमृत काल में जब हम आत्म निर्भर भारत की बात कर रहे हैं तब देश की आधी आबादी की स्थिति को जाने बगैर आत्म निर्भर बन पाना संभव नहीं।महिलाए अकेले अपनी जीवन की यात्रा को बढ़ा पाए पर पुरुष का ऐसा कर पाना संभव नहीं।पहले महिलाए घर से बाहर नहीं निकलती थी,लेकिन कई एनजीओ और समूहों द्वारा महिला उत्थान के कार्यों के द्वारा अब तसबीर बदल रही है।हमने काफी हद तक जंग जीत ली है लेकिन हम सबको बाकी बचे काम को पूरा करने का संकल्प लेना है।इस अवसर पर अनेक छात्र तथा पत्रकार बंधु भी उपस्थित रहे।