देहरादून। आम आदमी पार्टी के प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने भाजपा की तिरंगा यात्रा को नौटंकी करार दिया है। कहा कि राष्ट्र ध्वज तो हर व्यक्ति के भीतर बसता है लेकिन जिस तरह भाजपा इसको लहराने के लिय दबाव डाल रही है वह उनके खिसियाने को व्यक्त करता है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का बयान इस ओर इशारा भी करता है की वह जबरन झंडा फेहराने के लिये लोगों पर दबाव डाल रहे हैं। जब्कि लोग स्वत: फेहराने के इच्छुक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले दिन लोगों ने इस जबरन ध्वज फेहराने के तुगलकी फरमान को दरकिनार कर दिया है। देहरादून के अधिकांश घरों में पहले दिन तिरंगा लहराते हुए नहीं देखा गया ।
आजादी की 75 वर्षगांठ को मनाने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार ने जो हर घर तिरंगा कार्यक्रम दिया और उस कार्यक्रम को पूरा करने के लिए जो एक राजनीतिक अभियान चलाया उस राजनीतिक अभियान की पोल कल एक पत्रकार वार्ता में भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड के नवनियुक्त अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान से पूरी तरह से खुलकर के सामने आ गई है।
उत्तराखंड भाजपा के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट ने कल तिरंगे को लेकर जो बयान दिया कि जो परिवार घर पर तिरंगा नहीं लगाएगा उस परिवार पर विश्वास नहीं किया जा सकता। भट्ट जी का यह बयान उनकी सत्ता की धमक को परिलक्षित करता है। यह बयान महेंद्र भट्ट जी की तानाशाही प्रवृत्ति का प्रतीक दिखाई देता है। यह बयान लोगों को घरों पर तिरंगा लगाने के लिए धमकाने वाला बयान है। यह बयान अगर लोगों को तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित करने वाला होता तो सब लोग उसकी तारीफ करते, लेकिन अंग्रेजी शासन के समर्थकों के उत्तराधिकारी, अंग्रेजों से माफी मांगने वालों के उत्तराधिकारी, जिन्होंने 14 अगस्त 1947 को राष्ट्र ध्वज तिरंगे का पुरजोर विरोध करते हुए कहा था कि तिरंगे के तीन रंग अशुभ हैं यह तीन रंग देश के लिए घातक होंगे। ऐसे लोग जिन्होंने आजादी के बाद 52 साल बाद तक यानी 2001 तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दफ्तरों पर तिरंगा नहीं फहराया, ऐसे लोग जिन्होंने तिरंगे को व्यापार का साधन बना दिया अब देवभूमि उत्तराखंड की जनता को देशभक्ति और तिरंगे का सम्मान करना सिखाएंगे या अपने आप मे एक बड़ा सवाल है।
उत्तराखंड में अंतोदय परिवारों की संख्या दो लाख के लगभग है और यह अंतोदय परिवार सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर अपना हर महीने का राशन बड़ी मुश्किल से पैसों की व्यवस्था करके खरीद पाते हैं। ऐसे सभी परिवार अपने हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भारत माता की जय का नारा लगाने चाहते हैं। अपने घरों पर तिरंगा फहराने की प्रबल इच्छा रखते हैं, लेकिन इन लोगों के पास तिरंगा झंडा खरीदने के लिए पैसे नहीं है। क्या इन सब लोगों या ऐसे परिवारों की देशभक्ति पर महेंद्र भट्ट जी का बयान क्या कहता है यह भी दूसरा बड़ा सवाल है।
महेंद्र भट्ट जी को अपने इस गैरजिम्मेदाराना बयान के लिए उत्तराखंड की जनता से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगनी चाहिए।
भाजपा की एक दूसरी करतूत आजकल सोशल मीडिया पर दिखाई दे रही है जिसमे हरियाणा में कि हरियाणा सरकार ने सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर एक फरमान जारी करके कहा कि सस्ता राशन या फ्री राशन उसी परिवार को मिलेगा जो ₹20 का तिरंगा झंडा खरीदेगा। ऐसे में किसी तरह से पैसे की व्यवस्था करके राशन की दुकान पर आए व्यक्ति को झंडा खरीदने पर पैसे के अभाव में बिना राशन खाली घर जाना होगा और उसके परिवार को भूखा रहना पड़ेगा। हरियाणा की भाजपा सरकार का यह फरमान गरीब के पेट पर चोट करने वाला है।
भारतीय जनता पार्टी जो दुनिया में सबसे ज्यादा चंदा लेकर सबसे धनाढ्य पार्टी है और करोड़ो रूपये में विधायकों की खरीद फरोख्त का विपक्षी दलों की सरकार गिराना जिसका एजेंडा है वह पार्टी इतनी गिरावट पर आ गई कि गरीब को निशुल्क झंडा बांटने के बजाय अपने राजनीतिक कार्यालयों पर स्टाल लगाकर के तिरंगे झंडे बेच रही है। ऐसे लोग तिरंगे का सम्मान नहीं समझ सकते। तिरंगे को हाथ में लेकर के इस देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने देश की आजादी के लिए कुर्बानियां दी है, शहादत दी है, पुलिस की लाठियां खाई, जेल की यातना सही है। जिन्होंने कुर्बानियां दी वही लोग तिरंगे का महत्व समझ सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी तिरंगे झंडे को अपने राजनीतिक हित साधने का प्रयोजन बनाना चाहती है। भाजपा अगर तिरंगे के प्रति अपना सम्मान प्रदर्शित करती तो उनको अंत्योदय परिवारों को गरीब परिवारों को घर घर जाकर झंडा उपलब्ध कराना चाहिए था। ऐसा करने के बजाय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट लोगों को धमका रहे लोगों को डरा रहे हैं।
हकीकत यह है कि भाजपा को लगता है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अब राम मंदिर के नारे से लाभ मिलने वाला नहीं है। हिंदुत्व के नारे का असर कमजोर होता जा रहा है। बेटी बचाओ के नारे की पोल इन के उत्तर प्रदेश के विधायक सेंगर और उत्तर प्रदेश के नेता श्रीकांत त्यागी से लेकर अलग-अलग जगह पर महिलाओं का अपमान उत्पीड़न करके भाजपा के नेताओं ने खोल कर रख दी है। इनका भगवा झंडा निष्प्रभावी हो गया है। बिहार के सत्ता पलट के घटनाक्रम ने भाजपा को वेंटिलेटर पर डाल दिया है। इसलिए भाजपा भगवान राम के बजाय राष्ट्रध्वज के सहारे अपनी चुनावी वैतरणी पार करने का कुचक्र रच रही है। भाजपा का राष्ट्रध्वज के प्रति सम्मान का भाव न होकर भाजपा यह दिखाना चाहती है कि जिस घर में तिरंगा लगा है वह घर भाजपाई है। इनकी ऐसी गलत मंशा से तथा राष्ट्रध्वज का राजनीतिकरण करने से राष्ट्र ध्वज के सम्मान को नुकसान पहुंच रहा है। भाजपा इस अभियान से बड़ी चालाकी से देश की जनता का ध्यान आज की ज्वलंत समस्याओं जैसे रिकार्ड तोड़ महंगाई, भारी बेरोजगारी, बदहाल अर्थव्यवस्था, बेइज्जती की सीमा तक गिरते रुपए की कीमत, देश में व्याप्त भ्रष्टाचार, महिलाओं के साथ हो रहे अमानुष व्यवहार और उत्पीड़न, देश के सार्वजनिक उपक्रमों की बिकवाली, किसानों की समस्याओं, अपने दोस्तों के द्वारा किये गए घोटाले और उनकी कर्ज माफी और देश की सीमाओं पर चीन की घुसपैठ से लोगों का ध्यान भटका रहे हैं।
भाजपा की इस साजिश का पर्दाफाश आम आदमी पार्टी जन जागरण अभियान चलाकर के करेगी और तब तक चुप नहीं बैठेगी जब तक हर व्यक्ति तक इस बात को नहीं पहुंचा देते। आम आदमी पार्टी भाजपा के इस षड्यंत्र का खुलासा करके राष्ट्र ध्वज के सम्मान की रक्षा के साथ आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर देश के लिए शहादत देने वाले शहीद स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति और स्वतंत्रता की लड़ाई में हिस्सा लेकर देश को आजादी दिलाने वाले सभी श्रद्धेय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करती है।