उत्तरकाशी। बीते दिनों आरसीयू पीजी कालेज में शिक्षको के बीच हुए विवाद का पटाक्षेप हो गया है एबीवीपी ने दावा किया की वह कालेज की विभिन्न समस्याओे को लेकर मिल रहे थे जिस दौरान थोडा गहमा गहमी हो गयी थी इस बीच कालेज के एक प्राफसर ने अपने राजनीतिक रसूक का परिचय दिया तो वहा पर थोडा तीखी बहस हो गई । बाद में दोनाे पक्षो में सुलह हो गई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उत्तरांचल विभाग संयोजक हरेंद्र राणा ने प्रेस विज्ञप्ति कर महाविद्यालय उत्तरकाशी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु प्राचार्या का घेराव किया गया जिस दौरान एक शिक्षिका द्वारा आपत्तिजनक शब्दों (महाविद्यालय मेरे पिताजी का है और मैं जानती हूं की तुम किसकी शह पे फुदक रहे हो साथ ही प्रचार्या कार्यालय से विभिन्न राजनीतिक लोगों को कॉल कर उनके तथा अपने पिताजी के राजनीतिक पहुंच के नाम पर छात्रों को यह कह कर बार बार धमकाया गया कि तुम जानते नही हो की मेरे पिताजी कौन थे और मैं पुर्व में विभिन्न राजनीतिक पदों पर रही हूं) का प्रयोग किया गया जिसके विरोध में विद्यार्थी परिषद द्वारा उग्र आंदोलन कर प्राचार्या कार्यालय में ताला बंदी कर तीन घंटे शास्ता मण्डल को बंधक बनाकर सम्बंधित शिक्षिका को अपने शब्द वापस लेने हेतू बाध्य किया गया। साथ ही छात्रों द्वारा भी उक्त शिक्षिका से कहा गया कि आपको यदि हमारे शब्दों से कष्ट पंहुचा हो तो हम क्षमा प्रार्थी हैं।
वहीं महिला शिक्षिका का कहना है कि उन्होने यह नही कहा कि यह कालेज मेरे पिता जी का है बल्कि उन्होने यह कहा था कि इस कालेज के निर्माण में बडा योगदान रहा है जिसका गलत अर्थ निकाला गया।