ऋषिकेश। विश्व ग्लूकोमा जनजागरुकता सप्ताह के अंतर्गत एम्स ऋषिकेश के नेत्र रोग विभाग के तहत जनजागरुकता के उद्देश्य से काला मोतियाबिंद जनजागरुकता के लिए पोस्टर प्रतियोगिता को आयोजन किया गया। उधर नेत्र विभाग की ओपीडी में मंगलवार को दूसरे दिन भी मरीजों का निशुल्क काला मोतियाबिंद परीक्षण एवं जांच की गई।
गौरतलब है कि 6 से 12 मार्च तक विश्व ग्लूकोमा सप्ताह मनाया जाता है,जिसके तहत एम्स ऋषिकेश में नेत्र रोग विभाग की ओर से बीते सोमवार से ओपीडी में मरीजों की निशुल्क ग्लूकोमा (काला मोतियाबिंद) परीक्षण, जांच एवं उपचार किया जा रहा है। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो. संजीव कुमार मित्तल व डा. अजय अग्रवाल की देखरेख में जनसामान्य को काला मोतियाबिंद को लेकर जागरुक करने के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
विभाग की वरिष्ठ चिकित्सक डा. विनीता गुप्ता के समन्वय में आयोजित इस प्रतियोगिता में लगभग 50 फैकल्टी, चिकित्सकों, एमबीबीएस स्नातक, स्नातकोत्तर विद्यार्थियों व स्टाफ सदस्यों ने प्रतिभाग किया। जिसमें उन्होंने पोस्टर के माध्यम से लोगों को काला मोतिया बीमारी के लक्षण, कारण, बचाव के उपाय,इस बीमारी की अनदेखी से होने वाले नुकसान को लेकर लोगों को जागरुक किया।
प्रतियोगिता की समन्वयक डा. विनीता गुप्ता ने परिणामों की घोषणा करते हुए बताया कि ओप्टोमैट्री स्टूडेंट ज्योति कुशवाहा ने प्रथम स्थान,जूनियर रेजिडेंट डा. स्नेहा गर्ग ने द्वितीय और ओप्टोमैट्री स्टूडेंट कुंदन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। जबकि डा. श्रेया मिश्रा, अभिषेक व डा. ज्योति कुमारी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शल्य चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. सोमप्रकाश बासू, हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डा. पंकज कंडवाल, न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डा. रजनीश कुमार अरोड़ा, न्यूरोलॉजी विभाग के डा. आशुतोष तिवारी शामिल थे। इस अवसर पर नेत्र विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डा. रामानुज सामंता, डा. नीति गुप्ता आदि मौजूद थे।