मिशन शिक्षण संवाद द्वारा चलाई गई ऑनलाइन क्लास की मदद से छात्रवृत्ति के लिए चयनित हुए बच्चे।
सत्र 2021 – 22 के लिए राष्ट्रीय आय एवम् खोज परीक्षा के परिणामों की घोषणा की जा चुकी है। मिशन शिक्षण संवाद द्वारा प्रतिदिन चलने वाली निःशुल्क ऑनलाइन क्लास से जुड़ कर राज्य के कई छात्रों को इस परीक्षा में सफलता प्राप्त हुई है।
सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त हो इस उद्देश्य से सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नवाचारी शिक्षकों के समूह *मिशन शिक्षण संवाद* ने बीड़ा उठाया है।
मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड के तकनीकि प्रमुख संतोष जोशी ने बताया कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे, विशेष रूप से वो बच्चे जो दूरदराज के क्षेत्रों में रहते हैं, उनको ट्यूशन आदि की सुविधा न मिल पाने के कारण ऐसे बच्चे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी नहीं कर पाते हैं। पिछले दो वर्षों से लॉकडाउन के कारण ऑनलाइन क्लास के प्रति बहुत से बच्चे जागरूक हुए हैं, लेकिन उनमें से बहुत से बच्चे पढ़ाई का उचित प्लेटफार्म न मिल पाने के कारण तैयारी से वंचित रह जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए टीम मिशन शिक्षण संवाद द्वारा *पढ़ाई से प्रतियोगिता तक* नाम से एक मुहिम चलाई जा रही है, इसमें *प्रतिदिन शाम को 6.30 से 8.00 बजे* तक ऑनलाइन क्लास में प्रतियोगी परीक्षाओं में आने वाले विषयों की पढ़ाई कराई जा रही है। पढ़ाए जाए जाने वाले विषयों में *रीजनिंग, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और हिन्दी* की क्लास होती हैं।
मिशन शिक्षण संवाद उत्तराखण्ड के काव्यांजलि प्रमुख माधव सिंह नेगी ने बताया कि सायंकालीन ऑनलाइन क्लास दो स्तरों पर चल रही हैं। 6 से 8 तक के स्तर के छात्रों को छात्रवृत्ति परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है और कक्षा 3 से कक्षा 5 तक के छात्रों को नवोदय आदि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन क्लास से छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रति समझ बढ़ी है।
मिशन शिक्षण संवाद के संस्थापक विमल कुमार का कहना है कि इस मुहिम के माध्यम से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार करने का काम कर रहे हैं जिससे कि आने वाले समय में सरकारी स्कूलों के बच्चे अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करें।
ऑनलाइन क्लास में सहयोग देने वाले शिक्षक विद्यालय समय के अतिरिक्त समय देते हुए सरकारी स्कूलों के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रयासरत हैं।
सहयोग देने वाले शिक्षकों में उत्तराखण्ड एवम् उत्तरप्रदेश के शिक्षक सम्मिलित हैं।
ये शिक्षक ऑनलाइन क्लास में मदद कर रहे हैं।
जनपद अल्मोड़ा से सुमन बिष्ट, भगवत बगड़वाल
जनपद चम्पावत से वन्दना जोशी
जनपद चमोली से श्वेता रावत, रघु भारती, सरोज डिमरी
जनपद देहरादून से हर्षवर्धन जमलोकी, नीलम शर्मा, वीना ढींगरा, उषा गौड़, सुषमा नेगी, संगीता इष्टवाल
जनपद नैनीताल से संतोष जोशी, कमलेश कुमार सती, लक्ष्मी काला, किरन भाकुनी, अनिता गर्ग, रश्मि पांडे, भावना पांडे, सुनीता भटनागर, रेखा परगाई, अनिता पंत,
जनपद पौड़ी से जे पी कुकरेती, कुसुम काला, उर्मिला पंवार, सरिता मेंदोला, माधुरी नैथानी, किरन नैथानी
जनपद रुद्रप्रयाग से माधव सिंह नेगी, कुसुम भट्ट, एकता भंडारी, उर्मिला डिमरी।
जनपद टिहरी से माला ममगाई, बबिता रावत, कल्पना रावत
जनपद ऊधम सिंह नगर से निमिषा वर्मा, शिवानी अग्रवाल, साधना चौहान
जनपद उत्तरकाशी से विजय बडोला
उत्तरप्रदेश से अर्चना पाण्डे, अर्पण कुमार आर्या, शैलेंद्र शंखधर, जय, प्रतिभा यादव हैं।