उत्तराखंडसामाजिक

बिहरी भाई की स्मृति में पाँच लोगों को किया सम्मानित

बैशाखी लाल, धीरेन्द्र प्रसाद नौटियाल, जयप्रकाश राणा, श्याम लाल और बावन सिंह बिष्ट को किया गया सम्मानित

 टिहरी। बुढ़ाकेदार में “लोक जीवन विकास भारती संस्थान”के संस्थापक रहे दिवंगत बिहारी लाल जी की जन्म जयंती पर समाज में पांच उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाजसेवीयों को *बिहारी लाल स्मृति सर्वोदय सम्मान* *2022* प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह व शाल भेट कर सम्मानित किया गया। *यह सम्मान निवर्तमान सांसद माननीय प्रदीप टम्टा जी के हाथों से प्रदान किया गया।
  जिन्हें सम्मान प्रदान किया गया उनमें
  1: श्री बैशाखी लाल 2: श्री धीरेन्द्र प्रसाद नौटियाल,3: श्री जयप्रकाश राणा 4: श्याम लाल, 5: बावन सिंह बिष्ट
इन सभी विभूतियों ने कृषि, काष्ठ कला, वन पंचायत, शिक्षा, पर्यावरण, वन सरंक्षण, रक्षा सूत्र आदि प्रमुख कार्य में सराहनीय योगदान दिया है।
    इस अवसर पर बिहारी लाल जी के जीवन और कार्यों पर आधारित दोपुस्तकों का श्री टम्टा जी ने विमोचन किया है।
सम्मान समारोह में बोलते हुए माननीय निवर्तमान सांसद टम्टा जी ने गढ़वाली भाषा में रचित श्रीमद्भगवद्गीता की पुस्तक का भी विमोचन किया इस अवसर पर निवर्तमान सांसद जी कहा”कि *भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में हमारी गढ़वाली, कुमाऊनी भाषाओं को स्थान मिलना चाहिए”इस तरह की गढ़वाली भाषा में लिखी पुस्तकों का इस कार्य में बडा योगदान हो सकता है”* हमे मनुर्भह: की भावना को मज़बूत करते हुऐ गांधी जी, विनोबाभावे, बाबा साहब अम्बेडकर के विचारों से प्रेरित होना चाहिए, इन्ही माहपुरषों के विचारों को दिवंगत बिहारी जी, नौटियाल जी, राणा ने आगे बढ़ाया था, मैं प्रिय जयशंकर और उनके साथियों को बधाई देता हुं, धन्यवाद देता हूं। बिनोबा जी ने जय जगत का श्लोगन यूंही नहीं गाया था, उसके पीछे भी मनुष्य बनने की बात थी, आज देश कहा जा रहा, महगाई, बेरोजगारी से लोग त्रस्त है, इसी देवभूमि में विगत दिनो में महिला हिंसा, दलितों पर अत्याचार हमने होते हुए देखा, लेकिन यह सरकार कुछ नही कर पाई, दलितों पर हो रहे अत्याचार पर प्रदेश का मुख्यमंत्री कुछ नही बोलता है, उत्तरकाशी में जो दलित बेटी के साथ अत्याचार हुआ उस पर भी सरकार और मुख्य्मंत्री कुछ नही बोले, बेटी अंकिता के हत्या कांड में सरकार की हीलाहवाली और भाजपा RSS के नेताओ को बचाया जा रहा है, उस वीआईपी का नाम अभी तक उजागर नही किया गया,
मैं इस अवसर पर स्व. सुंदर लाल बहुगुणा जी को भी याद करना चाहता हूं, यह उनकी भी कर्मभूमि रही है।
    साथियों इन्ही शिल्पकारों ने भगवानों के मंदिरों के त्रिशूल बनाएं है, और मंदिरों का निर्माण किया है, इसलिए हमें भगवान पर विश्वास के साथ साथ मनुष्यो का भी सम्मान करना होगा।
    इस अवसर पर भिलंगना के पूर्व प्रमुख विजय गुनसोला ने कहा कि लोक जीवन भारती ने स्व. बिहारी लाल जी के कुशल नेतृत्व में अनेकों कार्य किए जो सराहनीय थे, उन्होंने गरीब बालिकाओं की शिक्षा और विवाह में सराहनीय कार्य किया था, और हम सबको प्रेरणा देते थे, सम्मान सभा को संबोधित करते हुए श्री शान्ति प्रसाद भट्ट, पूर्व जिलाअध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी/पूर्व अध्यक्ष जिला बार एसोसिएशन टिहरी,श्री मुरारी लाल खंडवाल, श्री ओम प्रकाश डंगवाल, बुढाकेदार मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री भूपेंद्र सिंह नेगी जी, ज्वाला मां मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री बचल सिंह रावत जी, श्री देवी लाल शाह जी, श्री दिनेश लाल पूर्व जिला पंचायत सदस्य, श्रीमती कैलाशी देवी, पूर्व जिलापन्चायत सदस्य, गोविंद सिंह रावत, हिम्मत सिंह रौतेला, अमन दीप भट्ट, प्रेम लाल तिरकोटिया, संतोष रतूड़ी, चंद्रवीर तोमर, राकेश नाथ, पूर्व सिंह नेगी पूर्व प्रधान कार्यक्रम का आयोजन जयशंकर ने किया था, और संचालन सुरेश भाई ने किया।

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