उत्तरकाशी। गाजणा हल्दी के आने से पूरे प्रदेश को मिलेगी अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान. गाजणा हल्दी को उत्पाद में लाकर प्रोफेसर आशीष थपलियाल और उनकी टीम ने एक अद्भुत संदेश दिया है समाज को और खासकर उत्तराखंड के ग्रामीण व उच्च हिमालयी जिलों को कि किस प्रकार मेहनत करके यहां से पलायन को रोका जा सकता है और बंजर भूमियों को उपजाऊ बनाया जा सकता है. ये वक्तव्य थे गंगोत्री विधायक श्री सुरेश चौहान, विधायक गंगोत्री विधान सभाके. गाजणा हल्दी के प्रोडक्ट लौंच के का. कमलाराम नौटियाल इण्टर कॉलेज धौंतरी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सुरेश चौहान तथा अति विशिष्ट अतिथि जिला पंचायत सदस्य प्रदीप भट्ट, ग्राम प्रधान नेपड, जिला पंचायत प्रतिनिधि हर्षिल, प्रधानाचार्य श्री प्रवीन आर्या इंटर कॉलेज धौंतरी, श्री सूकेश नौटियाल, कार्यक्रम के परियोजना निदेशक प्रों आशीष थपलियाल, प्रो. मधु थपलियाल, तथा शोध छात्र दीपक राणा, फील्ड कार्यकर्ता विकास ने किया.
अपने उद्बोधन में श्री सुरेश चौहान ने बताया कि वो ऐसे सभी प्रस्तावों का स्वागत करते हैं जो जनहित में लाऐ जाते हैं उन्होंने बताया कि सरकार नें उनको 8 प्रस्ताव पर जो कि जनता के हित के हों पलायन को रोकने में सहायक हों, बंजर भूमियों को उपजाऊ बनाते हों, बडे उद्योगों को पहाडों में स्थापित करने का सदर्भ रखते हों ऐसे प्रस्ताव का वो स्वागत करेंगे. जनता उनके सामने ऐसे प्रस्ताव लाऐ, महिलाओं के लिए वो कैसे रोजगार ला सकते हैं इस हेतु वे अपना पूर्ण सहयोग देंगे. उन्होंने बताया कि प्रो. मधु थपलियाल, आशीष थपलियाल व उनकी पूरी टीम के द्वारा जिस प्रकार से शोध के बाद एक ऐसा प्रोडक्ट जनता के बीच लाया गया है और इससे उद्योग स्थापित करने की जो बात हो रही है यह एक बहुत बडी उपलब्धि है जिसके लिए उन्होंने टीम को बधाई दी. इसके साथ ही सभी अतिथियों ने गाजणा हल्दी को बतौर मार्केट सैंपल के साथ तथा पोस्टर लौंच किया और बहुत बहुत सराहना की.
श्री सुकेश नौटियाल, विशिष्ठ अथिति नें भी इस प्रयास की सराहना की तथा इसको समस्त उत्तराखण्ड के लिए उपयोगी बताया. उन्होंने कहा कि इससे समस्त गाज़ना क्षेत्र भी गौरवान्वित होगा.
जिला पंचायत सदस्य श्री प्रदीप भट्ट ने अपने उद्बोधन में कहा हमेशा से ही संघर्षों की घाटी रही है और ये लाल घाटी अब पीली भी होनेजा रही है. यहां से गाजणा हल्दी निकल रही है यह अन्तराष्ट्रीय स्तर पर जैसे प्रो. थपलियाल ने बताया कि अभी पहला सैंपल आने पर ही इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार से मांग आने लगी है. गांव के लोग इसकी तरफ अपना रुझान दिखा रहे हैं. जिला पंचायत सदस्य ने कहा कि इससे जितना रोजगार हम गांव के युवाओं को दे सकेंगें यहां कि महिलाओं के दे सकेंगे इसमें वे टीम की पूर्ण मद्द करेंगे. इसके लिऐ उन्होंने टीम की बहुत बहुत प्रशंसा की.
ग्राम नेपड के प्रधान श्री एम पी भट्ट ने बताया कि प्रो. मधु थपलियाल का. कमलाराम नौटियाल की ही वंसज हैं और जिस प्रकार का. कमलाराम नौटियाल ने पूरे उत्तराखंड के लिए हमेशा उसे आगे बढाने के लिए अपना योगदान दिया, जीवनभर संघर्ष किया आज उनके वंसज भी इस क्षेत्र के लिए वहां कि आर्थिकी सुद्ढ करने के लिए बहुत ही प्रशंसनीय व क्षेत्र को गौरवान्वित करने वाला कार्य कर रहे हैं जिसको उन्होंने पूरा सहयोग देने की बात कही.
धौंतरी के प्रधान श्री कुशाली प्रसाद नौटियाल जी ने अतिथियों का स्वागत किया व कहा कि वे अपने प्रिय विधायक जी से यही निवेदन करेंगे कि उके क्षेत्र को आगे बढाने के लिए वे सहयोग दें.
इसी बीच प्रो. मधु थपलियाल द्वारा सभी अतिथियों का स्वागत किया गया, प्रधानाचार्य द्वारा स्वागत किया गया.
प्रो. आशीष थपलियाल ने गाजणा हल्दी की 4 वर्ष की यात्रा का वर्णन किया व वैज्ञानिक तथ्यों को सबके सामने रखा. उन्होंने बताया कि कैसे शुरुआत में उन्होंने अपनी छोटी एल. आई. सी को तोडकर इस तरीके के कामों को गांव में आकर लोगों को जोडकर शुरु किया जो कि शुरु में एक कठीन काम था लेकिन गांव की महिलाओं के देखकर उन्होंने प्रण किया कि वे कुछ ऐसा करने की कोशिश करेंगे कि कि जिसको गांव के लोग गांव की महिलाऐं अपने रोजगार के रुप में स्थापित कर सकें.
धौंतरी इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया तथा बेडु पाको बाका मासा ने सभी दर्षकों को बहुत रोमांचित कर दिया गया व कुछ छात्रों ने गढवाली नृत्य पेश किऐ.
प्रो. आशीष थपलियाल ने यह भी बताया कि ग्राफिक एरा तथा स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी जंतु विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान व युकोस्ट के पूर्व महानिदेशक डा. राजेन्द्र डोभाल की अगुआई में इस हल्दी प्रोजेक्ट ने एक मुकाम हासिल किया है. और वे अपनी टीम का जो इससे जुडे हुऐ हैं सभी का धन्यवाद करते हैं.
कार्यक्रम के अंत में श्री शांति नौटियाल अध्यापक राजकीय इंटर कॉलेज धौंत्री ने सभी को धन्यवाद दिया व कार्यक्रम का संचालन कर रही प्रो. मधु थपलियाल ने माननीय मुख्य अतिथि तथा अन्य सभी को धन्यवाद दिया.