उत्तरकाशी। भारत सरकार के राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय व राज्य परियोजना प्रबंधन ग्रुप, नमामि गंगे के तत्वावधान में गंगा नदी को भारत की राष्ट्रीय नदी घोषित किये जाने के उपलक्ष्य मे गंगा एवं इसकी सहायक नदियों की स्वच्छता एवं संरक्षण के प्रति जनमानस में व्यापक जागरूकता के दृष्टिगत ‘गंगा उत्सव‘ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत महागंगा आरती,दीपोत्सव
,दीपदान,सांस्कृतिक कार्यक्रम,गंगा स्वच्छता शपथ आदि कार्यक्रम किए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीएम अभिषेक रुहेला रहे जिनके द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. सविता गैरोला ने कहा कि माँ गंगा ही नहीं अपितु अपने आस – पास के सभी जलस्रोतों का संरक्षण एवं सम्वर्द्धन करना हम सबका दायित्व है, यह पवित्र कार्य एकजुट होकर ही सम्भव हो पाएगा। नोडल अधिकारी डॉ. एम. पी. एस. परमार ने छात्र
-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नमामि गंगे, एन. एस. एस. सहित लगभग सभी गतिविधियों के अवसर पर स्वच्छता का संदेश दिया जाता है, इसकी पुनरावृत्ति का कारण है कि हम मन-मष्तिष्क में स्वच्छता शब्द के महत्व को नहीं घोल पाए हैं, इस सृष्टि के संरक्षण हेतु हम अपनी गलतियों को समझे एवं स्वच्छता के इस महाअभियान को धरातल पर उतारें। कार्यक्रम संयोजक डॉ. मधु बहुगुणा ने नमामि गंगे कार्यक्रम अंतर्गत आने वाली विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी एवं स्वच्छता के महत्व को बताया । इस अवसर पर डॉ.विश्वनाथ राणा के द्वारा गंगा स्वच्छता शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में संगीत विभाग से डॉ. सोनिया,प्रदीप बिष्ट समेत महाविद्यालय के प्राध्यापक
,कर्मचारी व छात्र-छात्राओं सहित आम जनता ने प्रतिभाग किया।