
उत्तराखंड के रुड़की में सोमवार को एक पटाखा फैक्टरी में भीषण धमाका होने से लगी आग में दो नाबालिग समेत चार लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई। जबकि दो गंभीर रूप से झुलस गए। वहीं, पटाखा कारोबारी का भतीजा भी मामूली रूप से झुलसा है। उधर, हादसे के बाद पटाखा कारोबारी की भी हालत बिगड़ गई। घायलों को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। भीषण आग लगने से आस-पास के लोग भी दहशत में आ गए। सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित मेन बाजार में पंचायती राज धर्मशाला के पास करीब छह फीट संकरी गली में कारोबारी आलोक जिंदल निवासी मोहल्ला कानून गोयान का पतंग, मांझा और होली के रंगों का गोदाम है। बताया जा रहा है कि गोदाम के पीछे तीन दुकानों में अवैध रूप से पटाखा बनाने की फैक्टरी संचालित हो रही थी। जिसमें सोमवार को छह कर्मचारी शटर डालकर पटाखा बनाने और पैकिंग करने का काम कर रहे थे। सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पटाखा बनाते समय अचानक फैक्टरी में तेज धमाका हुआ। तेज धमाके के साथ आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगी। फैक्टरी से धमाके की आवाज सुनकर आस-पास के लोग दहशत में आ गए और गली की तरफ दौड़ पड़े। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड को दी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम रुड़की व भगवानपुर फायर ब्रिगेड की गाड़ी के साथ मौके पर पहुंची। टीम ने अंदर घुसने का प्रयास किया, लेकिन तेज धमाकों के साथ आग की लपटें निकलने से अंदर नहीं घुस पाई। इसके बाद टीम ने पानी की बौछार करके आग पर काबू पाने का प्रयास किया, जबकि पुलिस और स्थानीय लोगों ने फैक्टरी के पीछे की दीवार तोड़ी। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से दीवार के रास्ते और आगे से शटर खोलकर पांच कर्मचारियों को बाहर निकाला। जिनमें दो नाबालिग समेत तीन की जिंदा जलकर मौत हो चुकी थी। जबकि दो को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया।